बिहार: 26 जनवरी से कांग्रेस शुरू कर रही है "हाथ से हाथ जोड़ो अभियान", पार्टी द्वारा राज्य में लगातार गिरते वोट बैंक को फिर से बरकरार करने की कोशिश
By एस पी सिन्हा | Published: January 9, 2023 07:52 PM2023-01-09T19:52:49+5:302023-01-09T20:02:11+5:30
ऐसे में अगर सियासी जानकारों की माने तो कांग्रेस का यह अभियान पार्टी के गिरते हुए वोट बैंक को एक बार फिर से साधने के लिए किया जा रहा है। साथ ही साथ पार्टी के तरफ से आगामी लोकसभा चुनाव के लिए राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनाने की मांग भी अभी से गांव के लोगों से की शुरू कर दी जाएगी।
पटना:कांग्रेस की भारत जोडो जारी यात्रा के बीच अब पार्टी बिहार में "हाथ से हाथ जोड़ो अभियान" की शुरुआत करने जा रही है। इसको लेकर कांग्रेस पार्टी के तरफ से प्रखंड तक के नेताओं को जिम्मेदारी सौंपी गई है। पार्टी का यह अभियान 26 जनवरी से प्रारंभ होगा। कांग्रेस की इस हाथ से हाथ जोड़ो अभियान में पार्टी के वरिष्ठ नेता बीच-बीच में गांव जाएंगे और इस अभियान का हिस्सा बनेंगे।
बिहार कांग्रेस अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह के नेतृत्व में चलेगा अभियान
बताया जा रहा है कि बिहार कांग्रेस अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह के नेतृत्व में चलने वाला हाथ से हाथ जोड़ो अभियान प्रखंड स्तर के नेता और कार्यकर्ताओं की देखरेख में चलेगा। इसको लेकर जिला अध्यक्ष और प्रखंड अध्यक्ष अपने क्षेत्र में योजना निर्धारित करेंगे।
आपको बता दें कि हाथ से हाथ जोड़ो अभियान के तहत सबसे निचला स्तर गांव का होगा, उसके बाद ब्लॉक और फिर जिला होगा। ऐसे में पार्टी का सर्वाधिक फोकस गांव और ब्लॉक स्तर पर होगा। इस अभियान के तहत गांव-गांव में कांग्रेस का झंडा फहरा कर पद यात्रा आयोजित होगी।
ऐसे चलेगा यह अभियान
वहीं प्रत्येक गांव में कांग्रेसी एक बैठक करेंगे, जिसमें स्थानीय लोगों से उनकी समस्याओं पर बात करेंगे। इसके साथ ही साथ पार्टी के तरफ से पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी का एक पत्र भी वितरित किया जाएगा।
इस दौरान पार्टी के नेता और कार्यकर्ता हर घर जाकर प्रचार करेंगे और लोगों को मोदी सरकार के खिलाफ चार्जशीट देंगे। इसके साथ ही हर घर के दरवाजे पर भारत जोड़ो यात्रा का स्टीकर भी चिपकाया जाएगा। वहीं भारत जोड़ो यात्रा के वीडियो प्रदर्शित किए जाएंगे।
अभियान का मकसद गिरते वोट बैंक को बरकरार रखना, कारण जानकर सुधार करना-जानकार
सियासी जानकारों की माने तो कांग्रेस का यह अभियान पार्टी के गिरते हुए वोट बैंक को एक बार फिर से साधने के लिए किया जा रहा है। साथ ही साथ पार्टी के तरफ से आगामी लोकसभा चुनाव के लिए राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनाने की मांग भी अभी से गांव के लोगों से की शुरू कर दी जाएगी।
इसके अलावा कांग्रेस की टीम यह गांव गांव पहुंच कर यह जान पाएंगे कि आखिर क्या वजह है, जिसके कारण उनकी पार्टी को बिहार में पुराना वोट बैंक खोना पड़ गया और इसे वापस लाने को लेकर क्या कुछ किया जा सकता है। उल्लेखनीय है कि बिहार में कांग्रेस की स्थिति पहले से भी खराब होती जा रही है।