संविधान दिवस पर कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, आज संविधान मौलिक संकट का सामना कर रहा है
By रुस्तम राणा | Published: November 26, 2022 07:10 PM2022-11-26T19:10:47+5:302022-11-26T19:27:15+5:30
संविधान दिवस पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, भारतीय संविधान जो सात दशकों से अधिक समय से समय की कसौटी पर खरा उतरा है, आज एक मौलिक संकट का सामना कर रहा है।
नई दिल्ली:संविधान दिवस के मौके पर भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि वर्तमान में संविधान अपने मौलिक संकट का सामना कर रहा है। शनिवार को कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, भारतीय संविधान जो सात दशकों से अधिक समय से समय की कसौटी पर खरा उतरा है, आज एक मौलिक संकट का सामना कर रहा है।
उन्होंने वक्तव्य जारी करते हुए कहा कि वास्तव में संविधान के पीछे की जो भावना है उसके लिए एक यह संकट का समय है। स्पष्ट है कि संविधान दिवस पर कांग्रेस अध्यक्ष ने केंद्र सरकार पर हमला किया। उन्होंने कहा, सरकार ने पूरी तरह से खुद को और अपने संस्थानों को आरएसएस के फरमानों के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है।
उन्होंने अपने व्यक्तव्य में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) को लेकर कहा कि यह एक ऐसा संगठन जो समाज सेवा की आड़ में घृणित प्रचार को आगे बढ़ाता है। उन्होंने कहा, वास्तव में, आरएसएस और भाजपा शब्दों का परस्पर उपयोग करना अब गलत नहीं है।
"A Constitution that has successfully stood the test of time for over seven decades, today this very Constitution faces a fundamental crisis, indeed an existential crisis for the spirit behind its text," Congress President Mallikarjun Kharge on Constitution Day pic.twitter.com/3kwoiCrfTn
— ANI (@ANI) November 26, 2022
कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने कहा, हम सभी के लिए एक गर्व का दिन क्या होना चाहिए, हम उस शुरुआत को देख रहे हैं जिसे बाबा साहेब "कानूनविहीन कानून" के रूप में संदर्भित करते थे, मौलिक अधिकारों पर कभी न खत्म होने वाले उल्लंघन से परेशान, भाजपा-आरएसएस सरकार द्वारा व्यवस्थित रूप से इंजीनियर के बाद से वे सत्ता में रहे हैं।
आपको बता दें कि हर साल 26 नवंबर को संविधान दिवस मनाया जाता है। 26 नवंबर 1949 को संविधान को अपनाया गया था। साल 2015 से 26 नवंबर को संविधान दिवस के रूप में मनाने का फैसला लिया गया था। भारतीय संविधान दुनिया का सबसे बड़ा लिखित संविधान माना जाता है। इसके कई हिस्से यूके, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, जर्मनी, आयरलैंड, कनाडा और जापान से लिए गए हैं।