मध्यप्रदेश में लोन माफी को लेकर फिर सियासत गरमाई, शिवराज ने कहा- कांग्रेस की सूची है फर्जी
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: May 10, 2019 09:59 AM2019-05-10T09:59:15+5:302019-05-10T09:59:15+5:30
पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने चौहान ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कांग्रेस की सूची पर सवाल उठाए हैं. चौहान ने कहा कि मेरे भाइयों का कर्ज माफ किया गया, जबकि दस्तावेजों की सूची में साफ लिखा गया है कि कोई आवेदन इन्होंने नहीं किया है.
मध्यप्रदेश में ऋण माफी को लेकर फिर सियासत गर्मा गई है. गुरुवार फिर पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला और कहा कि मेरे भाईयों ने ऋण माफी के लिए आवेदन दिया ही नहीं और उनका ऋण माफ कर दिया. उन्होंने कांग्रेस की सूची को फर्जी बताया है.
पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने चौहान ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कांग्रेस की सूची पर सवाल उठाए हैं. चौहान ने कहा कि मेरे भाइयों का कर्ज माफ किया गया, जबकि दस्तावेजों की सूची में साफ लिखा गया है कि कोई आवेदन इन्होंने नहीं किया है. शिवराज ने कर्जमाफी की सूची पर ध्यान दिलाते हुए कहा कि हमारे कई भाई जो इनकम टैक्सपेयी है. बावजूद इसके ऐसे लोगों के नाम भी किसान ऋण माफी योजना में शामिल किए गए हैं.
शिवराज ने पूछा कि आखिर मेरे भाइयों पर इतनी कृपा क्यों. यह एक उदाहरण है कांग्रेस के झूठ का. सिर्फ मंत्रालय में बैठकर कह देने से कर्ज माफ कर दिया गया है, ऐसे काम नहीं चलेगा. उन्होंने कहा कि मैं कांग्रेस को सपने में भी में नजर आ रहा हूं. मैं सवाल उठता हूं तो मुझ पर गुस्सा होते हैं . उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने किसानों के साथ धोखा किया गया है, वो अपने वचन से मुकर गए हैं. मुख्यमंत्री कमलनाथ ने 'अल्पकालीन फसल ऋण' का 2 लाख रुपए तक का किसानों की कर्ज माफी का आदेश पारित किया, जबकि वचनपत्र में हर तरह की फसल ऋण माफी की बात की गई थी. कांग्रेस द्वारा शिवराज सिंह चौहान को बादाम, आईड्रॉप और च्यवनप्राश भेजने पर शिवराज ने प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि बादाम, आईड्रॉप और च्यवनप्राश उन्होंने कांग्रेस को वापस भेज दिए हैं.
वचन से पलट रही कांग्रेस
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि 21 लाख किसानों के फसल ऋण माफी की जो सूची सौंपी है, उसमें कहीं भी यूटीआर नंबर नहीं है और इसके बिना राशि का हस्तांतरण सम्भव नहीं है. उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार का पहला आदेश ही झूठा है, किसानों को छलने वाला है. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी, कमलनाथ ने किसानों को छलने का काम किया है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अब केवल अल्प अवधि वाले फसल ऋण माफी की बात कर रहे हैं, तो हार्टिकल्चर, फिशरीज, पशुपालन वाले और अन्य कृषि कार्यों के लिए जिन किसानों ने कर्ज़ लिया है, उनका क्या? किसानों के सभी कर्ज़ों की माफी की बात थी और अब कांग्रेस अपने ही वचन से पलट रही है.