पंजाब: कांग्रेस नेता को आया धमकी भरा फोन, खालिस्तान समर्थक नेता अमृतपाल सिंह के खिलाफ नहीं बोलने के लिए कहा गया
By रुस्तम राणा | Published: February 26, 2023 07:51 PM2023-02-26T19:51:47+5:302023-02-26T19:51:47+5:30
लुधियाना के सांसद रवनीत सिंह बिट्टू ने कहा कि उन्हें "एक अंतरराष्ट्रीय नंबर से एक अज्ञात कॉलर से धमकी भरा फोन आया"। बिट्टू ने कहा, "फोन करने वाले ने कहा कि मुझे अमृतपाल सिंह के खिलाफ बोलना बंद कर देना चाहिए नहीं तो गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।"
लुधियाना:कांग्रेस के लुधियाना के सांसद रवनीत सिंह बिट्टू ने रविवार को दावा किया कि 'वारिस पंजाब दे' और खालिस्तानी समर्थक नेता अमृतपाल सिंह के खिलाफ बोलना बंद नहीं करने पर उन्हें गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी मिली है। तीन बार के सांसद बिट्टू पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह के पोते हैं, जिनकी 1995 में हत्या कर दी गई थी।
सांसद को अंतरराष्ट्रीय नंबर से अज्ञात कॉलर ने दी धमकी
लुधियाना के सांसद ने कहा कि उन्हें "एक अंतरराष्ट्रीय नंबर से एक अज्ञात कॉलर से धमकी भरा फोन आया"। बिट्टू ने कहा, "फोन करने वाले ने कहा कि मुझे अमृतपाल सिंह के खिलाफ बोलना बंद कर देना चाहिए नहीं तो गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।" इस संबंध में घुमार मंडी पुलिस चौकी, लुधियाना में एक शिकायत दर्ज की गई और आगे की जांच की जा रही है। सांसद वर्तमान में कांग्रेस के 85वें पूर्ण सत्र में भाग लेने के लिए छत्तीसगढ़ में हैं।
अमृतपाल सिंह के समर्थकों ने अजनाला पुलिस स्टेशन में किया था बवाल
गौरतलब है कि बीते गुरुवार को अजनाला थाने में अमृतपाल सिंह के समर्थकों ने तलवारें और बंदूकें लहराकर पुलिस स्टेशन परिसर में बैरिकेड्स को तोड़ दिया और थाने के अंदर घुस गए। इस बीच समर्थकों और पुलिसवालों के बीच झड़प देखने को मिली। समर्थक सिंह के गिरफ्तार सहयोगी लवप्रीत सिंह को रिहाई मांग को लेकर थाने पहुंचे थे।
वारिस पंजाब दे का प्रमुख है अमृतपाल
इस घटना के अगले दिन ही लवप्रीत तूफान को पुलिस ने अमृतसर जेल से रिहा कर दिया था। आपको बता दें कि दुबई से लौटे अमृतपाल सिंह 'वारिस पंजाब दे' संगठन के प्रमुख हैं। इस संगठन को अभिनेता और कार्यकर्ता दीप सिद्धू द्वारा स्थापित किया गया था,
जिनकी पिछले साल फरवरी में एक सड़क दुर्घटना में मृत्यु हो गई थी।