भोपाल, 16 जून: मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह अक्सर अपने बयानों के कारण सुर्खियों में बने रहते हैं। ऐसे में अपने एक बयान पर सफाई देते हुए उन्होंने कहा कि मैंने हिंदू आतंकवाद नहीं, बल्कि संघी आंतकवाद की बात कही है।
दिग्विजय सिंह कहा कि मैंने कई मामले उठाए जिसमें सजा भी हुई है, हिंदू शब्द का जिक्र वेदों और पुराणों में भी नहीं है। दरअसल इन दिनों दिग्विजय सिंह एकता यात्रा पर हैं, इसी दौरान सागर में उन्होंने कहा कि लोग मुझ पर आरोप लगाते हैं कि मैं मुस्लिम परस्त हूं और हिंदू विरोधी हूं, मैं पूछना चाहता हूं कि एक बीजेपी नेता ऐसा बता दे जिसने नर्मदा, ओंकारेश्वर और गोवर्धन परिक्रमा की हो या एकादशी का व्रत रखा हो।
इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि मैंने जितनी धार्मिक यात्राएं की और हिन्दू धर्म पालन किया उतना बीजेपी के एक भी नेता ने नहीं की है। उनके इस बयान ने जमकर विवाद पैदा किया, जिसके बाद उन्होंने अपने बयान पर सफाई दी है।
मध्य प्रदेश में कांग्रेस की समन्वय समिति के अध्यक्ष दिग्विजय सिंह इन दिनों एमपी में कांग्रेसजनों के बीच एकता यात्रा पर निकले हैं। कांग्रेस के दिग्गज इस दौरान लोगों के बीच चर्चा भी कर रहे हैं। इसी दौरान उन्होंने कहा कि बीजेपी धर्म की राजनीति करती है। वह धर्म के नाम पर पैसा बटोरना और नफरत फैलाने का काम कर रही है।