वाराणसी: कांग्रेस ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी के विमान को कल देर रात वाराणसी के लाल बहादुर शास्त्री हवाईअड्डे पर उतरने की इजाजत नहीं दी गयी। कांग्रेस का आरोप है कि ऐसा बदले की भावना से किया गया।
कांग्रेस के नेता अजय राय ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी के विमान को उनके वायनाड संसदीय क्षेत्र से लौटने पर वाराणसी हवाई अड्डे पर उतरना था, लेकिन हवाईअड्डा प्राधिकरण ने आखिरी समय में विमान को उतरने की अनुमति नहीं दी।
'हवाई अड्डा पर सरकार का दबाव'
न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार अजय राय ने कहा कि हवाई अड्डा प्राधिकरण दबाव में था और उन्होंने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की यात्रा का बहाने के तौर पर इस्तेमाल किया।
राय ने कहा कि वह और पार्टी के अन्य नेता राहुल गांधी की अगवानी के लिए हवाई अड्डे पर थे लेकिन उनके विमान को जानबूझकर हवाईअड्डे पर उतरने नहीं दिया गया। इसके बाद राहुल गांधी को दिल्ली लौटना पड़ा।
राय ने कहा कि पूर्व कांग्रेस प्रमुख गांधी वाराणसी में उतरने के बाद मंगलवार को प्रयागराज के कमला नेहरू मेमोरियल अस्पताल में एक समारोह के लिए प्रयागराज जाने वाले थे।
आरोपों पर हवाई अड्डा प्राधिकरण ने क्या कहा?
दूसरी ओर वाराणसी हवाईअड्डे की निदेशक आर्यमा सान्याल ने कहा कि राहुल गांधी के आने की कोई पूर्व सूचना नहीं थी। उन्होंने कहा कि अंतिम समय में उन्हें फ्लाइट कंट्रोलर से सूचना मिली कि गांधी का हवाईअड्डे पर उतरने का कार्यक्रम रद्द कर दिया गया है।
गौरतलब है कि राष्ट्रपति मुर्मू भी सोमवार को वाराणसी में थीं। राष्ट्रपति मुर्मू वाराणसी के कोतवाल बाबा काल भैरव मंदिर में पूजा-अर्चना करने के बाद शाम को श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में भी दर्शन के लिए गई थीं। मुख्यमंत्री कार्यालय के एक बयान में कहा गया है कि पहली बार काशी की अपनी यात्रा के दौरान राष्ट्रपति शाम को दशाश्वमेध घाट पर भव्य गंगा आरती में भी शामिल हुईं।