हेलिकॉप्टर के बाद अब कंप्यूटर बाबा ने मांगा ड्रोन कैमरा, अध्यात्म विभाग के मंत्री को लिखी चिट्ठी
By राजेंद्र पाराशर | Published: June 25, 2019 10:44 PM2019-06-25T22:44:02+5:302019-06-25T22:44:02+5:30
नर्मदा, क्षिप्रा और मंदागिनी नदी न्यास के अध्यक्ष बनने के बाद से कम्प्यूटर बाबा सक्रिय हो गए हैं. बाबा ने न्यास अध्यक्ष की कुर्सी संभालते ही यह मांग की थी कि उन्हें हेलिकाप्टर दिया जाए, मगर सरकार ने उनकी इस मांग को पूरा नहीं किया.
कम्प्यूटर बाबा ने सरकार से अब मंत्रालय में कक्ष देने की मांग की है. इसके अलावा एक ड्रोन कैमरा भी मांगा ताकि वे नदी की निगरानी कर सकें. बाबा ने अध्यात्म विभाग के मंत्री पी.सी.शर्मा को पत्र लिखकर यह मांग की है. शर्मा ने इस पत्र को सामान्य प्रशासन विभाग को भेज दिया है.
नर्मदा, क्षिप्रा और मंदागिनी नदी न्यास के अध्यक्ष बनने के बाद से कम्प्यूटर बाबा सक्रिय हो गए हैं. बाबा ने न्यास अध्यक्ष की कुर्सी संभालते ही यह मांग की थी कि उन्हें हेलिकाप्टर दिया जाए, मगर सरकार ने उनकी इस मांग को पूरा नहीं किया.
इसके बाद अब ने चार पहिया वाहन से ही अपना काम शुरु किया और नदी की परिक्रमा करने के लिए निकल पड़े. कई स्थानों पर उन्होंने अवैध उत्खनन के वाहन भी पकड़वाए. बाबा की इस कार्यशैली से अवैध उत्खनन करने वालों और अधिकारियों हड़कंप भी मचा.
अब बाबा ने सरकार के सामने एक नई मांग रख दी है. बाबा ने अध्यात्म विभाग के मंत्री पी.सी.शर्मा को पत्र लिखकर मंत्रालय में एक कक्ष आवंटित करने की मांग की है. साथ ही उन्होंने एक ड्रोन कैमरा भी मांगा है. इसके पीछे उनका यह कहना है कि इससे अवैध उत्खनन पर नजर रख सकेंगे.
बाबा द्वारा लिखे पत्र को मंत्री शर्मा ने सामान्य प्रशासन विभाग को भेज दिया. मंत्री ने भी उदारता दिखाई है और नोटशीट लिखकर बाबा को कक्ष उपलब्ध कराने की बात कही है. बताया जा रहा है कि बाबा को मंत्रालय में कक्ष मिल जाएगा साथ ही सरकार उन्हें ड्रोन कैमरा भी उपलब्ध करा सकती है.
इस मामले को लेकर मंत्री शर्मा का कहना है कि नर्मदा में अवैध उत्खनन को रोकने के लिए बाबा ने जिन संसाधनों की मांग की है, उन्हें पूरा करने पर विचार किया जाएगा.