दिल्ली में ऐसे हुआ राशन घोटाला? CAG रिपोर्ट पर बोले केजरीवाल- दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा
By पल्लवी कुमारी | Published: April 4, 2018 09:45 AM2018-04-04T09:45:26+5:302018-04-04T09:45:26+5:30
CAG रिपोर्ट में दिल्ली की अरविंद केजरीवाल की सरकार पर कई गंभीर आरोप लगे हैं। राशन वितरण को लेकर कहा गया है कि इसमें मोटर साइकिल और स्कूटरों का प्रयोग किया गया।
नई दिल्ली, 4 अप्रैल: दिल्ली विधानसभा में 3 अप्रैल को नियंत्रक महालेखा परीक्षक (CAG) की रिपोर्ट पेश की गई है। इस रिपोर्ट में दिल्ली में हुए एक और घोटाला सामने आया है। रिपोर्ट में दिल्ली सरकार पर राशन वितरण को लेकर कई गंभीर सवाल उठाए गए हैं।
ऐसे हुआ राशन वितरण में घोटाला
वित्तीय वर्ष 2016 और 2017 की सीएजी ऑडिट रिपोर्ट के मुताबिक, राशन वितरण केंद्रों पर 1589 क्विंटल राशन की ढुलाई के लिए बस, तिपहिया वाहन, मोटर साइकिल और स्कूटर का यूज किया गया था। रिपोर्ट में इस बात की भी आशंका जताई जा रही है कि राशन का सही तरह वितरण भी नहीं किया गया हो और ढुलाई के लिए फर्जी आंकड़े दिखा दिए गए हैं। 2016 और 2017 की यह सीएजी रिपोर्ट उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने पेश की। तीन भागों में विभक्त इस रिपोर्ट में दिल्ली सरकार के दावों से एकदम अलग दिखी है।
2682 बसें बगैर इंश्योरेंस के चल रही है
सीएजी रिपोर्ट के मुताबिक दिल्ली परिवहन निगम की 2682 बसें बगैर इंश्योरेंस के चल रही है। इससे निगम को 10.34 करोड़ का घाटा हो चुका है। मगर फिर भी हालात ज्यों का त्यों है। दिल्ली ट्रांस को लिमिटेड (डीटीएल) की लापरवाही से राजस्व के नुकसान की बात सामने आई है। बिना किसी जांच पड़ताल और ठोस योजना के ग्रिड लगाने के लिए भूमि खरीद ली गई। डीडीए को 11.16 करोड़ रुपये का भुगतान भी कर दिया गया, किंतु ग्रिड आज तक नहीं लगी।
रिपोर्ट में यह भी बात सामने आई है कि दिल्ली पावर कंपनी लिमिटेड को 60 करोड़ का दंड भी देना पड़ा है। इससे पूर्व भी इस तरह की लापरवाही सामने आ चुकी है जिसे लेकर भारत के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) ने आपत्ति जताई है।
ब्लड बैंकों के पास भी लाइसेंस नहीं
कैग रिपोर्ट में यह बात भी सामने आई है कि दिल्ली में मौजूद 68 ब्लड बैंकों में से 32 के पास वैध लाइसेंस नहीं हैं। ज्यादातर ब्लड बैंकों में दान में मिले रक्त में एचआइवी, हेपेटाइटिस बी व हेपेटाइटिस सी जैसी गंभीर बीमारियों के संक्रमण का पता लगाने के लिए एनएटी (न्यूक्लिक एसिड टेस्ट) जांच भी नहीं की जाती।
सार्वजनिक शौचालय का नहीं हुआ निर्माण
कैग में सार्वजनिक शौचालय बनाने को लेकर भी एक खुलासा हुआ है। स्वच्छ भारत मिशन के तहत 40.31 करोड़ रुपये का बजट होने के बावजूद पिछले ढाई सालों में शौचालय नहीं बनाए गए हैं।
Exemplary action will be taken against the guilty in each case of corruption or irregularity pointed by CAG. No one will be spared.
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) April 3, 2018
घोटाले की खबर के बाद दिल्ली मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा है कि आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी और किसी को भी नही बख्शा जाएगा।
Extract from CAG report. This is what LG trying to protect when he rejects Doorstep delivery of rations. Entire ration system in grip of mafia protected by political masters. Doorstep delivery wud hv destroyed this mafia. pic.twitter.com/ZytNFgc0XF
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) April 3, 2018
कैग की रिपोर्ट की एक फोटो को शेयर करते हुए केजरीवाल ने कहा, दिल्ली में पूरा राशन सिस्टम माफिया की चपेट में है। वेलफेयर स्कीमों पर भी उन्होंने टिप्पणी की।