कोयंबटूर के सफाई कर्मचारी ने किया खुलासा, 'नगर निगम बिना सेफ्टी गियर के गटर में उतरने के लिए कर रहा है मजबूर'

By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: March 23, 2022 03:51 PM2022-03-23T15:51:09+5:302022-03-23T15:57:32+5:30

कोयंबटूर नगर निगम के सफाईकर्मी सुब्रमणि ने कहा कि अगर नाले के ब्लाक को समय पर साफ नहीं किया जाता तो लगभग 700 घर इससे प्रभावित हो जाते। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि निगम की ओर से दिये जाने वाला सुरक्षा उपकरण अक्सर उनके काम की प्रकृति के कारण खराब हो जाते हैं। जिस कारण सफाई के समय उनके पास सेफ्टी गियर नहीं थे।

Coimbatore's sanitation worker revealed, 'Municipal corporation is forcing people to enter the gutter without safety gear' | कोयंबटूर के सफाई कर्मचारी ने किया खुलासा, 'नगर निगम बिना सेफ्टी गियर के गटर में उतरने के लिए कर रहा है मजबूर'

सफाईकर्मी सुब्रमणि

Highlightsसफाईकर्मी सुब्रमणि का आरोप है कि निगम ने नाले की सफाई कराते समय सुरक्षा उपकरण नहीं दियेवहीं सफाई पर्यवेक्षक का कहना है कि सभी सफाईकर्मियों को बराबर सुरक्षा उपकरण दिये जाते हैंकोयंबटूर नगर निगम के आयुक्त राजा गोपाल ने मामले में सफाई पर्यवेक्षक को निलंबित कर दिया है

कोयंबटूर: नगर निगम में काम करने वाले एक सफाईकर्मी सुब्रमणि ने आरोप लगाया है कि निगम के अधिकारियों ने उसे बिना किसी सुरक्षा उपकरण के एक नाले में घुसकर साफ करने के लिए मजबूर किया।

कोयंबटूर निगम के 78वें वार्ड में काम करने वाले सुब्रमणि की शिकायत पर संबंधित स्वच्छता अधिकारी को कोयंबटूर निगम आयुक्त राजा गोपाल सुनकारा ने निलंबित कर दिया है।

सुब्रमणि ने कहा कि पेरूर मुख्य सड़क पर स्थित एक नाले में एक ब्लॉक था। नगर निगम की ओर से धर्मन, सेंथिलकुमार और मुझे ब्लॉक खाली करने के लिए भेजा गया था। जब हमने कहा कि ब्लॉक नाले के अंदर है तो हमें बताया गया कि इसलिए हमें भेजा गया है, इसके साथ ही यह भी कहा गया कि काम पूरा करके ही वापस आना है।

उन्होंने कहा कि मजबूरी में हमें बिना किसी सेफ्टी गियर के ही नाले में उतरकर सफाई करनी पड़ी। हालांकि बाद में हमें निगम की ओर से एक कागज पर हस्ताक्षर करने के लिए कहा गया, जिसमें लिखा था कि हमने अपनी मर्जी से नाले की सफाई का काम किया है।

सुब्रमणि ने कहा, "अगर नाले के ब्लाक को समय पर साफ नहीं किया जाता तो लगभग 700 घर इससे प्रभावित हो जाते।" इसके साथ ही उन्होंने कहा कि निगम की ओर से दिये जाने वाला सुरक्षा उपकरण अक्सर उनके काम की प्रकृति के कारण खराब हो जाते हैं। जिस कारण सफाई के समय उनके पास सेफ्टी गियर नहीं थे।

जानकारी के मुताबिक यह घटना 19 मार्च की है। सुब्रमणि ने आरोप लगाया कि मंगलवार 22 मार्च की सुबह सफाई पर्यवेक्षक मनिकम ने मजदूरों से एक सादे कागज पर हस्ताक्षर करने को कहा।

दरअसल इस मामले में इसलिए तूल पकड़ लिया क्योंकि सुब्रमणि और धर्मन से सफाई पर्यवेक्षक मनिकम नियमित रूप से अपने काम की तस्वीरें और वीडियो बतौर सबूत" भेजने के लिए कहते थे। जानकारी के मुताबिक अब वही वीडियो लीक हो गया है। जिसके बाद मनिकम ने सुब्रमणि और धर्मन को धमकी दी उन्होंने उसे फंसाने के लिए वीडियो को लीक किया है और वो आग लगाकर जान दे देंगे। जबकि सुब्रमणि का कहना है कि उनके या धर्मन के द्वारा वो वीडियो नहीं लीक किया गया है।

खबरों के मुताबिक टाइम और डेट-स्टैम्प वाले उस वीडियो में कथित तौर पर सुब्रमणि नाले में प्रवेश करने के लिए एक स्लैब के नीचे जाते हुए दिखाई दे रहा है। इस दौरान सुब्रमणि अपने दोस्त धर्मन को कहता है कि वह सेलफोन को सुरक्षित रखे। बताया जा रहा है कि लगभग दो मिनट के इस वीडियो में सुब्रमणि नाले में फंसे कूड़ा-करकट को साफ करते हुए दिखाई दे रहा है।

इस मामले में अंबेडकर ट्रेड यूनियन के महासचिव सेल्वम ने कहा कि निगम द्वारा अक्सर श्रमिकों को बिना उचित सुरक्षात्मक उपकरणों के नालियों को साफ करने के लिए कहा जाता है। उन्होंने कहा, “हमने निगम आयुक्त के पास कई शिकायतें दर्ज की हैं। जिन स्थानों पर आयुक्त निरीक्षण होता है, वहां केवल कुछ श्रमिकों को ही उचित उपकरण दिए जाते हैं। वहीं दूसरी जगहों पर इसकी कोई परवाह नहीं की जाती है।”

निगम के एक अन्य सफाईकर्मी ने आरोप लगाते हुए कहा, “हमें हर दो महीने में एक बार सुरक्षात्मक उपकरण के रूप में दस्ताने और पैरों के लिए कवर दिया जाता है।” ट्रेड यूनियन के महासचिव सेल्वम ने कहा कि श्रमिक लगातार जोखिम में जान डालकर काम करते हैं क्योंकि ऐसा उनके साथ नियमित रूप से हो रहा है।

वहीं सफाई पर्यवेक्षक मनिकम ने सफाईकर्मियों के सभी आरोपों का खंडन करते हुए कहा उन्होंने केवल सफाई से पहले और बाद की तस्वीरें मांगी थीं। वहीं सुरक्षात्मक गियर के बारे में उन्होंने कहा, "सभी सफाईकर्मियों को यह बराबर दिया जाता है लेकिन ज्यादातर सफाईकर्मी इसे असुविधाजनक कहते हैं और सफाई के समय नहीं पहनते हैं।"

इस बीच कोयंबटूर नगर निगम के आयुक्त राजा गोपाल सुनकारा ने इस विवाद के संबंध में कहा कि संबंधित स्वच्छता पर्यवेक्षक को निलंबित कर दिया गया है और घटना की जांच के लिए निगम कल्याण अधिकारी के तहत एक समिति का भी गठन कर दिया गया है। समिति की रिपोर्ट के आधार पर मामले में दोषी कर्मियों पर एक्शन लिया जाएगा। 

Web Title: Coimbatore's sanitation worker revealed, 'Municipal corporation is forcing people to enter the gutter without safety gear'

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