मध्य प्रदेशः सीएम शिवराज सिंह चौहान बोले- नहीं होगा मंत्रिमंडल विस्तार, सिंधिया समर्थक गोविन्द राजपूत और तुलसी सिलावट पर रार...
By शिवअनुराग पटैरया | Published: December 3, 2020 08:54 PM2020-12-03T20:54:49+5:302020-12-03T20:56:03+5:30
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंत्रिमंडल विस्तार की अटकलों को खारिज कर दिया है, उनका कहना कि मंत्रिमंडल विस्तार की कोई तिथि तय नहीं है.
भोपालः अपने मंत्रिमंडल के विस्तार की संभावनाओं पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने फिलहाल विराम लगा दिया है. मुख्यमंत्री ने आज यहां कहा कि मंत्रिमंडल विस्तार की तिथि तय नहीं है.
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का अपना फिलहाल मंत्रिमंडल विस्तार न करने का बयान ऐसे वक्त आया है, जब यह अटकले लगाई जा रही थी कि 8 दिसंबर को विस्तार होने जा रहा है. बताया जा रहा है कि सिंधिया समर्थक गोविन्द राजपूत और तुलसी सिलावट अपने पूर्व विभाग चाह रहे हैं.
वहीं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान दोनों के विभागों में परिवर्तन करना चाह रहे हैं. बताया जा रहा है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया भी गोविन्द राजपूत को उनका पूर्व विभाग परिवहन व राजस्व और तुलसी सिलावट को जल संसाधन दिलवाना चाह रहे हैं.
गौरतलब है कि गत मार्च माह में सिंधिया के साथ जो 22 विधायक कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आए थे, उनमें राजपूत और सिलावट प्रमुख थे. बाद में दोनों को मंत्री बनाया गया था. छह माह तक बिना विधानसभा सदस्य बने, मंत्री बनने की अवधि के 21 अक्टूबर को पूरा होंने पर दोनों ने मंत्रिमंडल से त्याग पत्र दे दिया था. अब जब उपचुनाव में दोनों ही जीत चुके हैं, तो वे मंत्रिमंडल में अपने पुराने विभागों के साथ आने के लिए जोर लगा रहे हैं. वहीं मुख्यमंत्री दूसरों के साथ उनके भी विभाग बदलना चाह रहे हैं.
कांग्रेस का आरोप भाजपा सरकार में माफिया, मिलावटखोरों व गुंडों के खिलाफ की जा रही कार्रवाही सिर्फ दिखावटी
मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ने बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार द्वारा कांग्रेस की कमलनाथ सरकार की तर्ज पर माफिया, मिलावटखोरों व गुंडों के खिलाफ सघन अभियान चलाने की बात तो की जा रही है लेकिन यह सिर्फ कोरे दावे हैं.
सलूजा ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा सरकार में इस अभियान में हो रही कार्यवाही सिर्फ दिखावटी व वसूली अभियान बन चुकी है. इस अभियान के नाम पर प्रदेश के कई जिलों में खुलकर वसूली की जा रही है. इसमें सिर्फ छोटी-छोटी मछलियों को निशाना बनाया जा रहा है, बड़े-बड़े मगरमच्छ आज भी इस अभियान से दूर हैं, उन पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है, उन्हें बख्शा जा रहा है, वह बेखौफ होकर आज भी अपने कार्य को बखूबी अंजाम दे रहे हैं.
सलूजा ने कहा कि कमलनाथ सरकार में माफियाओं और मिलावटखोरों के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई कर उन्हें नेस्तनाबूद किया गया था. हजारों करोड़ों की संपत्ति माफियाओं से मुक्त कराई गई थी. बड़े-बड़े मिलावटखोरों पर प्रभावी कार्रवाई की गई थी. जिससे जनता को शुद्ध खाद पदार्थ मिलना शुरू हो गया था, वहीं बड़े-बड़े माफिया व अपराधिक तत्व या तो प्रदेश छोड़ कर चले गए थे या जेलों में बंद हो गए थे. भाजपा सरकार आते ही सारे माफिया वापस मैदान में सक्रिय हो गए हैं, अपने कार्यों को बखूबी अंजाम दे रहे हैं गरीबों की जमीन व प्लाट हड़पने का काम वापस शुरू हो चुका है, गरीबों को निशाना बनाया जा रहा है, प्रदेश में फिर भय व आतंक का माहौल इन माफियाओं व गुंडों द्वारा फैलाया जा रहा है.
सलूजा ने कहा कि शिवराज सिंह आज कह रहे हैं माफियाओं को बख्शेंगे नहीं जबकि पूरे प्रदेश भर में इस कार्यवाही के नाम पर सिर्फ दिखावा किया जा रहा है. कांग्रेस शिवराज सरकार को खुली चुनौती देती है कि वो प्रदेश भर में एक भी ऐसा बड़ा नाम माफिया, मिलावटखोर व गुंडों का बताएं जिसके खिलाफ इस अभियान के तहत प्रभावी कार्रवाई हुई हो.
जितने भी माफिया, मिलावटखोरों व गुंडों पर कार्रवाई हुई है, सब चवन्नी छाप है. आज भी कई बड़े-बड़े अपराधिक तत्व, गुंडे बेखौफ होकर घूम रहे हैं उन पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है. बड़े-बड़े माफिया कांग्रेस सरकार जाते ही वापस से सक्रिय हैं, उन पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है. भाजपा नेताओं का विभिन्न जिलों में इन्हे खुला संरक्षण प्राप्त है.