प्रधान न्यायाधीश ने न्यायाधीश एम एम शांतनागौदर के निधन पर शोक जताया
By भाषा | Updated: April 25, 2021 18:45 IST2021-04-25T18:45:51+5:302021-04-25T18:45:51+5:30

प्रधान न्यायाधीश ने न्यायाधीश एम एम शांतनागौदर के निधन पर शोक जताया
नयी दिल्ली, 25 अप्रैल उच्चतम न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश एनवी रमण ने रविवार को न्यायमूर्ति एम एम शांतनागौदर के निधन पर शोक जताया और कहा कि उन्होंने एक ‘‘अच्छा दोस्त और महत्वपूर्ण सहयोगी’’ खो दिया।
नवनियुक्त प्रधान न्यायाधीश ने एक बयान में कहा, ‘‘मैं उम्मीद कर रहा था कि वह तेजी से और पूरी तरह स्वस्थ होकर जल्द ही काम पर लौटेंगे। उनके निधन की खबर एक सदमे की तरह आई। मैंने ना सिर्फ एक महत्वपूर्ण सहयोगी बल्कि एक अच्छा दोस्त खो दिया।’’
दिवंगत न्यायाधीश के साथ अपने संबंधों को याद करते हुए उन्होंने कहा कि लगभग एक साल तक एक ही बेंच में साथ काम करने की वजह से उनसे निकटता बहुत बढ़ गई।
उन्होंने कहा, ‘‘अपने बीच के संवादों के साथ ही मुझे उनकी गर्मजोशी, समझ और हाजिरजवाबी की बहुत याद आएगी। मेरी संवेदनाएं उनके परिवार व मित्रों के साथ है। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दें।’’
उन्होंने कहा, ‘‘उच्चतम न्यायालय में उनके साथ बिताए चार सालों में उनकी कानूनी विद्वता से मुझे काफी कुछ सीखने को मिला।’’
न्यायमूर्ति रमण ने शांतनागौदर के पुत्र से भी बात की और अपनी संवेदनाएं व्यक्त की।
शांतनागौदर का गुड़गांव के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। वह 62 साल के थे।
उनके पार्थिव शरीर को बेंगलुरु के राजाजी नगर स्थित उनके आवास ले जाया जाएगा जहां उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
न्यायमूर्ति शांतनागौदर को फेफड़े में संक्रमण के चलते मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था और वह गहन चिकित्सा कक्ष (आईसीयू) में थे। शनिवार देर रात तक उनकी हालत स्थिर बताई गई थी लेकिन बाद में उनकी हालत बिगड़ गई।
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