Chhattisgarh: बीजापुर में हुई नक्सल-पुलिस की जबरदस्त मुठभेड़, आठ नक्सली ढेर
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: May 24, 2024 10:51 AM2024-05-24T10:51:08+5:302024-05-24T10:54:09+5:30
छत्तीसगढ़ में नारायणपुर और बीजापुर जिलों की सीमा पर बीते गुरुवार दोपहर सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में कम से कम आठ माओवादी मारे गए हैं।
रायपुर:छत्तीसगढ़ में नारायणपुर और बीजापुर जिलों की सीमा पर बीते गुरुवार दोपहर सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में कम से कम आठ माओवादी मारे गए हैं। जानकारी के अनुसार गुरुवार सुबह सुरक्षा बलों को अंतरराज्यीय सीमा पर मिलिट्री प्लाटून नंबर 16 और माओवादियों के इंद्रावती एरिया कमेटी के सदस्यों की मौजूदगी की सूचना मिली। सुरक्षा बलों की एक संयुक्त टीम अलग-अलग दिशाओं से ऑपरेशन पर निकली।
समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार विशेष कार्य बल (एसटीएफ) की टीमों के साथ-साथ डीएसपी राहुल उइके और डीएसपी आशीष नेताम के नेतृत्व में बस्तर फाइटर्स और जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) सहित लगभग 1,000 कर्मियों की एक सेना शामिल थी।
यह मुठभेड़ दंतेवाड़ा के बारसूर पुलिस थाने के अधिकार क्षेत्र में अबूझमाड़ वन क्षेत्र से सिर्फ 10 किलोमीटर अंदर हुई। ऑपरेशन सुबह करीब 11 बजे शुरू हुआ जब माओवादियों ने अचानक बलों पर गोलीबारी शुरू कर दी और शाम तक रुक-रुक कर गोलीबारी जारी रही। जैसे ही बल आगे बढ़े, उन्हें पीपुल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी (पीएलजीए) की वर्दी पहने सात माओवादियों के शव और उनके हथियार भी मिले।
मुठभेड़ स्थल दंतेवाड़ा जिला मुख्यालय से 40 किलोमीटर दूर है। यहां आखिरी ऑपरेशन करीब चार साल पहले हुआ था। इस साल की शुरुआत में कांकेर और नारायणपुर जिलों से नक्सली गढ़ अबूझमाड़ में प्रवेश करने वाले सुरक्षा बल गुरुवार को दंतेवाड़ा से क्षेत्र में दाखिल हुए।
नारायणपुर, बीजापुर और दंतेवाड़ा में फैला अबूझमाड़ लगभग 4000 वर्ग किलोमीटर चौड़ा है, जो इसे गोवा राज्य से भी बड़ा बनाता है। 16 अप्रैल को सेना ने कांकेर से अबूझमाड़ में प्रवेश किया और 29 माओवादियों को मार गिराया और फिर 30 अप्रैल को नारायणपुर से माड़ क्षेत्र में प्रवेश किया और अन्य सात माओवादियों को मार गिराया।
इस मुठभेड़ के साथ ही इस साल अब तक मारे गए माओवादियों की कुल संख्या 112 हो गई है।