रायपुर, 20 मईः छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा जिले में रविवार को नक्सलियों के बारूदी सुरंग विस्फोट में पुलिस के पांच जवान शहीद हो गए हैं। मारे गए जवानों में सशस्त्र बल के 3 और डिस्ट्रिक्ट फोर्स के 2 जवान शामिल हैं, जबकि दो जवान गंभीर रूप से घायल हो गए है। नक्सलियों ने पुलिस की गाड़ी को निशाना बनाता हुए आईडी ब्लास्ट किया है।
सुकमा जिले के किस्टाराम इलाके में 13 मार्च को आईईडी ब्लास्ट हुआ था, जिसमें सीआरपीएफ के 9 जवान शहीद हो गए थे और 25 घायल थे। नक्सलियों ने आईईडी प्रूफ व्हीकल को ब्लास्ट कर उड़ाया था। ये ब्लास्ट लैंडमाइन के जरिए किया गया था। इस दौरान नक्सलियों और सुरक्षाकर्मियों के बीच दो दिनों तक मुठभेड़ चली थी। सुरक्षा बलों ने नक्सलियों को पकड़ने के लिए सर्च ऑपरेशन जारी रखा था।
वहीं, 18 फरवरी को छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में 2 सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए थे। मुठभेड़ में 6 जवान घायल भी हुए थे। यह मुठभेड़ पांच घंटे तक चली थी। हालांकि मुठभेड़ के पहले नक्सलियों के एक गुट ने भैजी इलाके में रोड प्रोजेक्ट के मैनेजर और इम्पलॉई की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इसके साथ ही 12 वाहनों को आग के हवाले कर दिया था।
कब-कब सुकमा में नक्सलियों ने किया हमला
- 11 मार्च 2017 में सुकमा में माओवादियों ने सीआरपीएफ के 12 जवानों को मौत के घाट उतार दिया था।
- 2017 के अप्रैल महीने में नक्सलियों के घात लगाकर हमला किया था। जिसमें सीआरपीएफ के 25 जवान शहीद हो गए थे।
- 25 मई 2013 में भी छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में एक हजार से ज्यादा नक्सलियों ने कांग्रेस के परिवर्तन यात्रा पर हमला कर दिया। इस हादसे 25 लोगों की मौत हो गई थी।