नयी दिल्ली, 11 नवंबर दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) ने अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है कि कोविड-19 महामारी की चलते इस साल दिल्ली में सार्वजनिक स्थानों, नदी तटों और मंदिर में छठ पूजा नहीं मनाई जाएगी।
दिल्ली के मुख्य सचिव तथा डीडीएमए की कार्यकारी समिति के अध्यक्ष विजय देव द्वारा मंगलवार को जारी आदेश में सभी जिलाधिकारियों और पुलिस उपायुक्तों को आदेश को सख्ती से लागू करने और महामारी के दौरान लोगों को घर पर छठ ही मनाने के लिये प्रोत्साहित करने का निर्देश दिया गया है।
आदेश में जिलाधिकारियों और पुलिस उपायुक्तों को इस साल पर्व से पहले धार्मिक और सामुदायिक नेताओं तथा छठ पूजा समितियों के साथ बैठक कर कानून-व्यवस्था और सौहार्द बनाए रखने में उनका सहयोग लेने का भी निर्देश दिया।
इसके अलावा आदेश में कोविड-19 से निपटने के लिये जारी दिशा-निर्देशों के पालन को लेकर लोगों को जागरुक करने का भी निर्देश दिया गया है।
डीडीएमए के इस आदेश के बाद दिल्ली के पूर्व मंत्री कपिल मिश्रा ने आम आदमी पार्टी पर निशाना साधा है।
उन्होंने दावा किया कि आम आदमी पार्टी सरकार छठ पूजा के लिये पर्याप्त इंतजाम करने में नाकाम रही, जिसके चलते ऐसा हुआ है।
उन्होंने ट्वीट किया, ''दिल्ली में छठ पूजा पर बैन लगाने का यह आदेश नहीं माना जाएगा अरविंद केजरीवाल जी। देश में सबसे पहले शराब की दुकानें खोलने वाली दिल्ली सरकार, छठ पूजा रोकने का आदेश नहीं दे सकती।
उन्होंने कहा, ‘‘आम आदमी पार्टी की सरकार छठ पूजा की तैयारी नहीं कर पाई तो बैन लगा दिया। छठ पूजा तो होगी।’’
दिल्ली में बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश के निवासी हर्षोल्लास के साथ छठ पर्व मनाते हैं। यह दो दिवसीय पर्व इस साल 20-21 नवंबर को मनाया जाएगा। इस दौरान नदी, तालाबों इत्यादि पर सूर्य देवता की पूजा की जाती है।
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