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सीने का X-Ray बताएगा मरीज कोरोना पॉजिटिव है या नहीं,  KGMU को मिली बड़ी कामयाबी

By गुणातीत ओझा | Updated: May 10, 2020 13:04 IST

कोरोना वायरस संक्रमित मरीजों की जांच में आ रही परेशानी की समस्या से अब निजात मिल सकती है। इस क्रम में लखनऊ के केजीएमयू और अब्दुल कलाम टेक्निकल यूनिवर्सिटी के हाथ बड़ी सफलता लगी है।

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ठळक मुद्देकोरोना वायरस संक्रमित मरीजों की जांच में आ रही परेशानी की समस्या से अब निजात मिल सकती है। इस क्रम में लखनऊ के केजीएमयू और अब्दुल कलाम टेक्निकल यूनिवर्सिटी के हाथ बड़ी सफलता लगी है।दोनों संस्थानों ने मिलकर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की बदौलत एक प्रणाली तैयार की है। जिससे सिर्फ सीने यानी छाती का एक्स-रे देखकर यह पता चल जाएगा कि मरीज कोरोना संक्रमित है या नहीं।

लखनऊ।कोरोना वायरस संक्रमित मरीजों की जांच में आ रही परेशानी की समस्या से अब निजात मिल सकती है। इस क्रम में लखनऊ के केजीएमयू और अब्दुल कलाम टेक्निकल यूनिवर्सिटी के हाथ बड़ी सफलता लगी है। दोनों संस्थानों ने मिलकर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की बदौलत एक प्रणाली तैयार की है। जिससे सिर्फ सीने यानी छाती का एक्स-रे देखकर यह पता चल जाएगा कि मरीज कोरोना संक्रमित है या नहीं। 

बताते चलें कि कोरोना संक्रमित मरीजों की कई जांच फेल हो चुकी है। ऐसे तमाम केस सामने आए हैं जिनमें कोरोना जांच किट की रिपोर्ट गलत साबित हुई है। इन समस्याओं को ध्यान में रखते हुए लखनऊ के केजीएमयू और अब्दुल कलाम टेक्निकल यूनिवर्सिटी जांच को और मजबूत बनाने के क्रम में काफी दिनों से शोध कर रहे थे। इंडिया टुडे की एक खबर के मुताबिक अब दोनों संस्थानों ने मिलकर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की बदौलत एक प्रोग्राम तैयार कर लिया है। जिससे सिर्फ सीने यानी छाती का एक्स-रे (X-Ray ) देखकर यह पता चल जाएगा कि मरीज कोरोना संक्रमित है या नहीं।

इस प्रयोग को सफल बनाने के क्रम में केजीएमयू ने प्रदेश के तमाम जिलों से कोरोना वायरस संक्रमित मरीजों के छाती का एक्स-रे मंगाकर इस पर काम शुरू कर दिया है। जल्द ही यह प्रोग्राम क्लीनिकल ट्रायल के लिए भेज दिया जाएगा। लखनऊ के केजीएमयू ने बकायदा एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करके इस बात की जानकारी दी है।

कोविड-19 की जांच बढ़ कर प्रतिदिन 95,000 हुई

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने शनिवार को कहा कि कोविड-19 की जांच का आंकड़ा बढ़ कर प्रतिदिन लगभग 95,000 हो गया है, जबकि 332 सरकारी और 121 निजी प्रयोगशालाओं में अब तक कुल 15 लाख 25 हजार 631 जांच हुई हैं। स्वास्थ्य मंत्री ने पूर्वोत्तर के राज्यों में कोविड-19 स्थिति और इसके प्रसार को रोकने के लिये उठाये गये कदमों की समीक्षा की। एक बयान के मुताबिक उन्होंने चबाने वाले तंबाकू का उपयोग रोकने और सार्वजनिक स्थानों पर थूकने को निषिद्ध करने के लिये ठोस कदम उठाये जाने की जरूरत पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि इससे संक्रमण के प्रसार को रोकने में मदद मिलेगी। अरूणाचल प्रदेश, असम, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नगालैंड, त्रिपुरा और सिक्किम के प्रतिनिधियों के साथ उच्चस्तरीय बैठक में हर्षवर्धन ने कोविड-19 से निपटने में सभी राज्यों के समर्पण की सराहना की। उन्होंने कहा कि क्षेत्र के आठ राज्यों में करीब 194 मामले हैं।

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