NDA के 353 विजयी उम्मीदवारों में एकमात्र मुस्लिम चेहरा, जानें कौन हैं महबूब अली कैसर
By आदित्य द्विवेदी | Published: May 26, 2019 12:02 PM2019-05-26T12:02:39+5:302019-05-26T12:02:39+5:30
महबूब अली कैसर ने बिहार के खगड़िया से लोजपा के टिकट पर चुनाव लड़ा था। उन्होंने महागठबंधन के मुकेश साहनी को मात दी।
लोकसभा चुनाव 2019 में राष्ट्रीय लोकतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) ने प्रचंड बहुमत हासिल किया है। 353 सांसदों के इस बेड़े में एकमात्र मुस्लिम चेहरा महबूब अली कैसर का दिखेगा। उन्होंने बिहार की खगड़िया सीट से रामविलास पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के टिकट पर चुनाव लड़ा था। कैसर ने महाबठबंधन के वीआईपी प्रत्याशी मुकेश साहनी को करीब ढाई लाख वोटों से मात दी। चौधरी महबूब अली कैसर को 5 लाख 10 हजार 193 मत प्राप्त हुआ। वहीं मुकेश सहनी को 2 लाख 61 हजार 623 मत मिला। महबूब अली ने खगड़िया सीट से 2014 में भी चुनाव जीता था।
खगड़िया सीट का समीकरण
माना जाता है कि खगड़िया संसदीय क्षेत्र में यादवों और मुस्लिमों की बड़ी संख्या है। इन्हीं का वोट निर्णायक साबित होता है। इन दोनों समुदायों के वोट को लेकर महागठबंधन प्रत्याशी अतिआत्मविश्वास में थे। खगड़िया से कृष्णा यादव का टिकट कटने से भी महागठबंधन कार्यकर्ताओं में नाराजगी थी। इसका फायदा महबूब अली को मिला। इसके अलावा एनडीए प्रत्याशी के बतौर वो इलाके के ब्राह्मण वोट को साधने में भी कामयाब रहे। उन्हें मुस्लिमों ने भी जमकर वोट किया।
कौन हैं चौधरी महबूब अली कैसर
चौधरी महबूब अली कैसर लोक जनशक्ति पार्टी के नेता हैं। इससे पहले वो बिहार कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष भी रह चुके हैं लेकिन पार्टी से नाराजगी के चलते उन्होंने इस्तीफा दे दिया था और लोजपा ज्वॉइन कर ली थी। कैसर हज कमेटी ऑफ इंडिया के चेयरमैन भी हैं। उनकी छवि बेहद सौम्य और सबसे साथ लेकर चलने वाले नेता की है।
पूरे देश में एनडीए का एकमात्र मुस्लिम चेहरा
542 लोकसभा सीटों में एनडीए को 353 सीटों पर जीत दर्ज हुई है। इसमें चौधरी महबूब अली कैसर एकमात्र मुस्लिम चेहरा हैं। एनडीए ने बिहार में भी अभूतपूर्व प्रदर्शन किया है। सूबे की 40 में से 39 सीटों पर एनडीए का कब्जा है। किशनगंज की एकमात्र सीट कांग्रेस के खाते में गई है। बिहार में बीजेपी ने सभी 17, लोजपा ने सभी 6 और जेडीयू ने 16 सीटों पर जीत हासिल की है।
संसद में पिछली बार से ज्यादा मुस्लिम सांसद
2014 लोकसभा चुनाव में सिर्फ 23 मुस्लिम प्रत्याशी ही चुनाव जीतकर संसद पहुंचे थे। इसबार ये संख्या बढ़कर 24 हो गई है। उत्तर प्रदेश से 6 मुस्लिमों ने जीत दर्ज की है इसमें बसपा से तीन और सपा से तीन हैं। असम में 2 मुस्लिम हैं जिसमें कांग्रेस से एक और एआईडीएफयू से एक प्रत्याशी है। बिहार से दो मुस्लिम जीते हैं जिसमें कांग्रेस का एक और लोजपा का एक उम्मीदवार है। जम्मू-कश्मीर में नेशनल कांफ्रेंस के तीन मुस्लिम उम्मीदवारों ने जीत हासिल की है। केरल में सीपीएम का एक और मुस्लिम लीग का एक उम्मीदवार जीता है।
लक्षदीप में एनसीपी के एक मुस्लिम प्रत्याशी ने जीत दर्ज की है। महाराष्ट्र में एमआईएम का एक मुस्लिम प्रत्याशी जीता है। पश्चिम बंगाल में पांच मुस्लिमों ने जीत दर्ज की है जिसमें टीएमसी के चार और कांग्रेस का एक प्रत्याशी है। तेलंगाना में एक सीट एमआईएम के मुस्लिम प्रत्याशी ने जीती है। इसके अलावा पंजाब में एक सीट कांग्रेस के मुस्लिम प्रत्याशी ने जीती है।