दिल्ली : पूर्व राज्यसभा सांसद और वरिष्ठ पत्रकार चंदन मित्रा का बुधवार रात दिल्ली में निधन हो गया । इस बात की जानकारी उनके बेटे कुषाण मित्र ने दी । कुषाण मित्रा ने गुरुवार सुबह ट्वीट किया, "पिताजी का निधन कल देर रात हुआ । वह कुछ समय से पीड़ित थे ।" मित्रा के परिवार में उनकी पत्नी और दो बेटे हैं ।
पूर्व राज्यसभा सांसद के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित तमाम दिग्गजों ने शोक जताया । पत्रकार को उनकी बुद्धिमता एवं पारखी नजरों के लिए याद किया और उनके निधन पर शोक प्रकट किया। प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया, “श्री चंदन मित्रा जी को उनकी बुद्धिमता एवं परख के लिए याद किया जाएगा। उन्होंने मीडिया जगत के साथ-साथ राजनीति में खुद की पहचान बनाई। उनके निधन से दुखी हूं। उनके परिवार एवं प्रशंसकों के प्रति संवेदनाएं। ओम शांति।”
परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने ट्वीट किया, "चंदन मित्रा जी के निधन के बारे में सुनकर दुख हुआ । पत्रकारिता और राजनीति में उनके योगदान को याद किया जाएगा । उनके परिवार और अनुयायियों के प्रति मेरी गहरी संवेदना है ।"
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी मित्रा को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की औऱ कहा , "पूर्व सांसद और वरिष्ठ पत्रकार श्री चंदन मित्रा जी के निधन के बारे में जानकर दुख हुआ । उन्हें मीडिया और लोगों की सेवा के क्षेत्र में उनके विशिष्ट करियर के लिए याद किया जाएगा । दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं उनके परिवार के साथ हैं। ओम शांति"
इसके अलावा तमाम बड़े नेताओं और शख्स ने चंदन मित्रा को उनके काम और स्वाभाव को याद करते हुए विन्रम श्रद्धांजलि दी । रक्षामंत्री राजनाथ सिंह से लेकर उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने भी उनके निधन पर शोक जताया ।
भाजपा सांसद स्वपन दासगुप्ता ने मित्रा के साथ 1972 की एक तस्वीर पोस्ट की और कामना की कि उनका दोस्त जहां भी रहे, खुश रहे। उन्होंने ट्वीट किया, “मैंने अपने करीबी मित्र - पायनियर के संपादक एवं पूर्व सांसद चंदन मित्रा को आज सुबह खो दिया। हम ला मार्टिनियर के विद्यार्थियों के तौर पर एक साथ थे और सेंट स्टीफंस और ऑक्सफोर्ड गए थे। हमने एक ही वक्त पर पत्रकारिता शुरू की थी और अयोध्या एवं भगवा लहर के उत्साह को साथ में महसूस किया था।” दासगुप्ता ने कहा, “मैं 1972 की एक स्कूल यात्रा के दौरान की अपनी और चंदन मित्रा की तस्वीर पोस्ट कर रहा हूं। मेरे प्रिय मित्र जहां भी रहो, खुश रहो। ओम शांति।