11 राज्यों में सेरोटाइप-2 डेंगू ने पसारा पैर, केंद्र सरकार ने बुलाई उच्च स्तरीय बैठक; जानिए
By अनिल शर्मा | Published: September 19, 2021 11:29 AM2021-09-19T11:29:07+5:302021-09-19T11:30:30+5:30
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने भी मामले को लेकर एक आधिकारिक विज्ञप्ति जारी की है। जिसके मुताबिक केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने 11 राज्यों में सीरोटाइप- II डेंगू की उभरती चुनौती पर का जिक्र किया, जो बीमारी के अन्य रूपों की तुलना में अधिक मामलों और अधिक जटिलताओं से जुड़ा है।
नई दिल्ली: केंद्र सरकार ने शनिवार को 11 राज्यों में सीरोटाइप -2 डेंगू मामलों की उभरती चुनौती पर एक उच्च स्तरीय बैठक बुलाई। कैबिनेट सचिव राजीव गौबा की अध्यक्षता में राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों के प्रतिनिधियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से COVID-19 प्रबंधन और प्रतिक्रिया रणनीति की भी समीक्षा और की गई।
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने भी मामले को लेकर एक आधिकारिक विज्ञप्ति जारी की है। जिसके मुताबिक केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने 11 राज्यों में सीरोटाइप- II डेंगू की उभरती चुनौती पर का जिक्र किया, जो बीमारी के अन्य रूपों की तुलना में अधिक मामलों और अधिक जटिलताओं से जुड़ा है।
उन्होंने मामलों का शीघ्र पता लगाने, बुखार हेल्पलाइन के संचालन जैसे कदम उठाने की सलाह दी। इसके साथ ही परीक्षण किटों, लार्विसाइड्स और दवाओं का पर्याप्त भंडारण; त्वरित जांच और आवश्यक सार्वजनिक स्वास्थ्य कार्रवाई- जैसे बुखार सर्वेक्षण, संपर्क ट्रेसिंग, वेक्टर नियंत्रण के लिए त्वरित प्रतिक्रिया टीमों की तैनाती का जिक्र किया। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने इसके अलावा रक्त और रक्त घटकों, विशेष रूप से प्लेटलेट्स के पर्याप्त भंडार को बनाए रखने के लिए ब्लड बैंकों को सचेत करने जैसी बातों को भी शामिल किया।
इन राज्यों में बढ़ रहे सीरोटाइप- II के मामलेः
जिन राज्यों में सीरोटाइप- II के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, उन राज्यों से हेल्पलाइन, वेक्टर नियंत्रण के तरीकों, घरों में स्रोत में कमी और डेंगू के लक्षणों के बारे में सूचना, शिक्षा और संचार अभियान चलाने का भी अनुरोध किया गया है। सीरोटाइप- II डेंगू के मामलों की रिपोर्ट करने वाले राज्यों में आंध्र प्रदेश, गुजरात, कर्नाटक, केरल, एमपी, यूपी शामिल हैं। इसके अलावा, महाराष्ट्र, ओडिशा, राजस्थान, तमिलनाडु और तेलंगाना जैसे राज्यों में भी इसका प्रकोप फैल रहा है।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने 10 सितंबर को एक एडवाइजरी जारी की थीः
इससे पहले स्वास्थ्य मंत्रालय ने इन राज्यों को अगस्त और 10 सितंबर को एक एडवाइजरी जारी की थी। कोविड-19 प्रबंधन पर स्वास्थ्य सचिव ने 15 राज्यों को आवश्यक सावधानियां और प्रभावी प्रवर्तन सुनिश्चित करने का निर्देश दिया था। स्वास्थ्य सचिव ने राज्यों को संज्ञान में लिया और इसको लेकर जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि केंद्र शासित प्रदेश 15 राज्यों के 70 जिले चिंता का विषय हैं। क्योंकि इनमें से 34 जिलों में सकारात्मकता 10 प्रतिशत से अधिक है। 36 जिलों में सकारात्मकता 5 प्रतिशत -10 प्रतिशत के बीच है। आगामी त्योहारों के मौसम में, राज्यों को सामूहिक भीड़ और भीड़भाड़ वाले बंद स्थानों से बचने के लिए सभी आवश्यक सावधानियां और प्रभावी प्रवर्तन सुनिश्चित करने के लिए निर्देशित किया गया था।
मॉल, स्थानीय बाजारों और पूजा स्थलों पर सख्ती के निर्देशः
केंद्र ने राज्यों से कहा है कि मॉल, स्थानीय बाजारों और पूजा स्थलों के बारे में मौजूदा दिशानिर्देशों का सख्ती से पालन किया जाए। उन्हें सलाह दी गई थी कि वे मामले के प्रक्षेपवक्र की बारीकी से निगरानी करें। सभी जिलों को प्रारंभिक चेतावनी संकेतों की पहचान करने और प्रतिबंध लगाने और सीएबी का पालन सुनिश्चित करने को कहा है। कई राज्यों में स्कूल भी खोले जा चुके हैं, इसको देखते हुए केंद्र ने राज्यों / केंद्रशासित प्रदेशों से बच्चों में फैलने वाले संक्रमण की निगरानी करने के लिए कहा है।