नई दिल्ली, 1 अप्रैल: दिल्ली पुलिस को गूगल से आज जवाब मिल गया। इससे उस ईमेल आईडी की पहचान हुई, जिससे सीबीएसई अध्यक्ष को10 वीं कक्षा के गणित के पेपर लीक होने के बारे मेंएक मेल भेजा गया था। जांच से जुड़े एक अधिकारी ने आज यह जानकारी दी। दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा के अधिकारी ने बताया कि कक्षा 10 वीं के एक छात्र को गणित का पेपर वाट्सऐप पर मिला था और उसने सीबीएसई अध्यक्ष को मेल भेजने के लिए अपने पिता के ईमेल आईडी का इस्तेमाल किया।
उन्होंने बताया कि छात्र और उसके पिता से पूछताछ की जा रही है। इससे पहले पुलिस के विशेष आयुक्त( अपराध) आर पी उपाध्याय ने कहा कि पुलिस ने ईमेल आईडी के बारे में जो जानकारी मांगी थी, उसके बारे में जवाब उसे गूगल से मिल गया है।
पुलिस ने बताया कि बोर्ड अधिकारियों से बातचीत करने के लिए अपराध शाखा की एक टीम शाम में पूर्वी दिल्ली के प्रीत विहार स्थित सीबीएसई कार्यालय पहुंची। पुलिस ने बताया कि सीबीएसई अध्यक्ष अनीता करवाल भी मौजूद थीं। अपराध शाखा की इस टीम में संयुक्त पुलिस आयुक्त आलोक कुमार और उपायुक्त( अपराध) जी गोपाल नायक शामिल थे। कुमार ने कहा कि वे बोर्ड अधिकारियों से परीक्षा प्रक्रिया के बारे में जानकारी चाहते थे।
उन्होंने कहा कि इससे पहले सीबीएसई के तीन अधिकारियों से बातचीत हुई थी। इससे पहले पुलिस ने बोर्ड से उन शिकायतों की सूची तैयार करने के लिए कहा था जो उसे पेपर लीक मामले में मिले हैं। पुलिस यह पता लगाने के लिए इन शिकायतों का विश्लेषण करने का प्रयास कर रही है कि क्या वे शरारत थी या इनमें कोई सच्चाई थी।
इस बीच, पुलिस ने पेपर लीक मामले में अपनी जांच जारी रखी है और इस संबंध में पुलिस अधिकारियों ने बाहरी दिल्ली के कई स्कूलों और कोचिंग सेंटरों पर पहुंच कर पूछताछ की। अधिकारी ने बताया कि अभी तक60 से अधिक लोगों से पूछताछ की जा चुकी है जिसमें53 छात्र शामिल हैं लेकिन मामले में कोई ‘‘बड़ी सफलता’’ हासिल नहीं हुई है। पुलिस पेपर लीक के सिलसिले में छह वाट्सऐप ग्रुप की भी जांच कर रही है। इस बीच, मामले की जांच कर रही एसआईटी में दो और सहायकपुलिस आयुक्तों को शामिल करके उसे और मजबूत बनाया गया है।