देश को हिला देने वाले इन 10 बड़े मामलों की जाँच से जुड़े थे CBI अफसर राकेश अस्थाना, लगे हैं घूसखोरी के गंभीर आरोप
By पल्लवी कुमारी | Published: October 25, 2018 04:59 PM2018-10-25T16:59:06+5:302018-10-25T17:02:42+5:30
CBI Vs CBI Alok Verma and Rakesh Asthana Bribery Case: दिल्ली हाईकोर्ट ने सीबीआई के विशेष निदेशक राकेश अस्थाना को 29 अक्टूबर तक का समय दिया है। 29 अक्टूबर तक अस्थाना अपने ऊपर लगे आरोपों पर जवाब देंगे।
भारत की सबसे बड़ी जाँच एजेंसी केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) के नंबर एक अधिकरी (निदेशक आलोक वर्मा) और नंबर दो अधिकारी (विशेष निदेशक राकेश अस्थाना) के बीच चल रही आंतरिक कलह उस समय शर्मनाक मोड़ पर पहुंच गयी जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से दोनों की मुलाकात के बाद दोनों को छुट्टी पर भेज दिया गया और उनके सभी अधिकार छीन लिये गये।
भारतीय इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ सीबीआई के नंबर एक और नंबर दो के अफसरों के अधिकार एक साथ छीन लिये गये। भारतीय इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ जब सीबीआई ने ही अपने मुख्यालय पर छापा मारा और अपने नंबर दो अधिकारी के खिलाफ कोर्ट में चार्जशीट दायर की। इस पूरे मामले में आरोपों का सामना कर रहे राकेश अस्थाना पर बीफ़ कारोबारी मोईन क़ुरैशी समेत कई अन्य गंभीर मामलों के आरोपियों से घूस लेने का केस दर्ज है।
दिल्ली हाईकोर्ट ने सीबीआई के विशेष निदेशक राकेश अस्थाना को 29 अक्टूबर तक का समय दिया है। 29 अक्टूबर तक अस्थाना अपने ऊपर लगे आरोपों पर जवाब देंगे। कोर्ट ने आदेश दिया है कि तब तक उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो सकती है। लेकिन हम आपको बताते हैं कि इतने आरोंपो का सामना कर रहे राकेश अस्थाना ने देश के किन बड़े संवेदनशील मामलों की जांच की है।
1- चारा घोटाला
चारा घोटाला केस की जांच के बाद राकेश अस्थाना लाइम लाइट में आए थे। 1994 में वह बिहार के धनबाद( जो वर्तमान में झारखंड में है) बतौर सीबीआई एसपी थे और उन्हें चारा घोटाले केस की जांच सौंपी गई थी। 1996 में उन्होंने चारा घोटाले के मुख्य आरोपी लालू यादव के खिलाफ चार्जशीट दायर की थी। राकेश के 1997 में पहली बार लालू यादव अरेस्ट किया था। इस मामले में लालू प्रसाद यादव से छह घंटे तक पूछताछ की थी।
2- गोधरा कांड( साबरमती एक्सप्रेस रेल हादसा)
गुजरात के गोधरा में साबरमती एक्सप्रेस आग लगने वाली केस की जॉंच के लिए बनी एसआईटी का नेतृत्व राकेश अस्थाना ने ही किया था। गुजरात के गोधरा कांड में 59 लोगों की मौत हुई थी। इन्होंने 22 दिनों में ही केस को सुलझा दिया था। जब गोधरा कांड हुआ था तो नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे और अमित शाह उनकी मंत्रिमंडल के सदस्य थे।
3- अहमदाबाद बम ब्लास्ट
अहमदाबाद में 2008 में हुए सीरियल ब्लास्ट के केस की जॉंच भी राकेश अस्थाना ने की है।
4- विजय माल्या बैंक घोखाधड़ी केस
भगोड़े और बैंक घोटाले के आरोपी और विजय माल्या के केस की भी छानबीन भी राकेश अस्थाना के लीड वाली एसआईटी टीम कर रही थी।
5- आईएनएक्स मीडिया केस
आईएनएक्स मीडिया केस घोटाले की जांच भी इनकी ही नेतृत्व में हो रहा था। जिसमें मनमोहन सरकार में वित्तमंत्री रहे पी चिदंबरम और उनके बेटे के खिलाफ आरोप दर्ज हैं।
6- आसाराम बापू रेप केस
नाबालिग से रेप मामले में आसाराम पर हुए रेप केस की जांच भी राकेश अस्थाना ने ही की है। जिस मामले में आसाराम को उम्रकैद की सजा सुनाई गई थी। आसाराम पिछले तकरीबन छह सालों से जेल में बंद हैं।
7- अगस्ता वेस्टलैंड वीवीआईपी हेलिकॉप्टर डील
सीबीआई निदेशक बनने के बाद राकेश ने सबसे अहम केस अगस्ता वेस्टलैंड वीवीआईपी हेलिकॉप्टर डील केस की जांच की है। आगस्तावेस्टलैण्ड हेलिकॉप्टर घोटाला भारत द्वारा आगस्तावेस्टलैण्ड कम्पनी से खरीदे जा रहे हेलिकॉप्टरों से सम्बन्धित केस है। इस घोटाले का खुलासा 2013 और 2014 में हुआ था। यूपीए-1 सरकार के समय अगस्ता वेस्टलैंड से वीवीआईपी के लिए 12 हेलिकॉप्टरों की खरीद का सौदा हुआ था। यह सौदा 3,600 करोड़ रुपए का था। इसमें 360 करोड़ रुपए की रिश्वतखोरी की बात सामने आई जिसके बाद यूपीए सरकार ने सौदा रद्द कर दिया। इस मामले में कई नेताओं के ऊपर आरोप लगे हैं।
8- यूपीए काल का कथित कोयला घोटाला
मनमोहन सिंह सरकार के समय हुआ कथित कोयला घोटाला देश के सबसे चर्चित मामलों में एक रहा है। मनमोहन सरकार के सत्ता से बेदखल होने के पीछे इसका बड़ा हाथ माना जाता है। एक लाख 86 हजार करोड़ के इस कथित घोटाले की जांच भी राकेश अस्थाना ने की थी। मामला 2004 से 2009 के दौरान 100 कंपनियों को कोयला खदानों के आवंटन का था।
9- रॉबर्ट वाड्रा से जुड़ा हरियाणा जमीन आवंटन घोटाला
हरियाणा में जमीन आवंटन घोटाला की जांच के लिए जो एसआईटी टीम बनी थी, उसका नेतृत्व राकेश अस्थाना कर रहे थे। हरियाणा और दिल्ली के बिल्डरों ने अधिकारियों के साथ 27 अगस्त 2004 और 24 अगस्त 2007 के बीच बेहद कम दामों में किसानों से उनकी जमीन बिल्डरों ने खरीद दी थी। इस केस में राबर्ट वाड्रा पर भी आरोप हैं।
10- राजस्थान की कांग्रेस सरकार में हुआ एंबुलेंस घोटाला
राजस्थान एंबुलेंस घोटाला केस की एसआईटी टीम के लीडर राकेश अस्थाना ही थे। इस केस में कांग्रेस सरकार और कांग्रेसी नेताओं पर मेडिकल सेवा के लिए 108 एंम्बुलेंस की खरीद में धांधली का आरोप था।
जानें क्या है सीबीआई घूस कांड का मामला
सीबीआई ने स्पेशल डायरेक्टर राकेश अस्थाना पर बीफ़ कारोबारी मोईन क़ुरैशी समेत कई अन्य गंभीर मामलों के आरोपियों से घूस लेने का केस दर्ज किया है। इसके बाद राकेश ने सीबीआई के नंबर एक अधिकारी आलोक वर्मा पर भी घूस का आरोप लगाया। इस पूरे मामले में सीबीआई ने अपने चीफ( आलोक वर्मा) का पक्ष को लेकर जांच शुरू की। जांच के लिए एक नई टीम भी बना दी गई है। इस मामले पर पहले से जांच कर रहे अधिकारियों का तबादला कर दिया गया है।
छुट्टी पर भेजे गए टॉप अधिकारी( आलोक वर्मा और राकेश अस्थाना)
मामले में बुधवार( 23 अक्टूबर) सुबह दोनों टॉप अधिकारी( आलोक वर्मा और राकेश अस्थाना) को छुट्टी पर भेज दिया है। केन्द्र सरकार ने इसके लिए तर्क दिया कि ये दोनों अधिकारी अपने ही ऊपर लगे केस की जांच नहीं कर सकते हैं। इसके बाद सीबीआई के नंबर एक अधिकारी के रूप में नागेश्वर राव को नया अंतरिम निदेशक बनाया है।
दिल्ली हाई कोर्ट ने 29 अक्टूबर तक का दिया है राकेश अस्थान को वक्त
दिल्ली हाईकोर्ट ने सीबीआई के विशेष निदेशक राकेश अस्थाना को 29 अक्टूबर तक का समय दिया है। 29 अक्टूबर तक अस्थाना अपने ऊपर लगे आरोपों पर जवाब देंगे। कोर्ट ने आदेश दिया है कि तब तक उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो सकती है।
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