"पूरे देश में हो जाति जनगणना, गरीबों और दलितों का भला होगा", राजद प्रमुख लालू यादव ने की भाजपा की घेराबंदी
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: October 4, 2023 09:42 AM2023-10-04T09:42:18+5:302023-10-04T09:46:41+5:30
बिहार में जाति सर्वे की रिपोर्ट जारी होने के बाद राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने मांग की है कि पूरे देश में जाति जनगणना कराई जानी चाहिए ताकि समाज के वंचित वर्ग को उसका लाभ मिल सके।
पटना:बिहार में नीतीश कुमार की अगुवाई वाली महागठबंधन सरकार द्वारा जारी किये गये जातीय सर्वे के बाद अब राष्ट्रीय जनता दल (राजद) प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने मांग की है कि पूरे देश में जाति जनगणना कराई जानी चाहिए ताकि समाज के वंचित वर्गों को उसका लाभ मिल सके।
राजद प्रमुख लालू यादव ने केंद्र में सत्ता की अगुवाई करने वाली भाजपा को घेरते हुए कहा, "हमने बिहार में जाति जनगणना कराई है, इसे पूरे देश में कराया जाना चाहिए। इससे देश के गरीबों और दलितों को फायदा होगा।"
इससे पहले लालू यादव ने बिहार की महागठबंधन सरकार द्वारा कराये गये जाति सर्वेक्षण की रिपोर्ट को सूबे के पिछड़े और दलितों के लिए बेहद “ऐतिहासिक” बताया था।
उन्होंने कहा था, “राज्य सरकार को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि वह राज्य में लोगों की जनसंख्या के अनुपात में प्रतिनिधित्व दे। मेरा दृढ़ विश्वास है कि हर जाति के लोगों को राज्य के संसाधनों पर उचित अधिकार मिलना चाहिए। जब हम साल 2024 में दिल्ली में सरकार बनाएंगे, तो देश में जाति आधारित जनगणना कराएंगे।”
राजद चीफ लालू यादव ने कहा, “इस डेटा का उपयोग समाज के हाशिए पर रहने वाले वर्गों के लिए नीतियां बनाने के लिए किया जाएगा। यह राज्य के संसाधनों में लोगों को उनकी ताकत के अनुसार प्रतिनिधित्व देगा और देश में एक उदाहरण स्थापित करेगा।”
मालूम हो कि बीते सोमवार को नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली महागठबंधन की सरकार ने बिहार में कराए गए जाति आधारित सर्वेक्षण की रिपोर्ट जारी की।
बिहार के अतिरिक्त मुख्य सचिव विवेक कुमार सिंह ने कहा, "प्रदेश में हुए जाति सर्वे में पता चला कि बिहार में अत्यंत पिछड़ा वर्ग 36.01 फीसदी है, सामान्य वर्ग 15.52 फीसदी है, वहीं अन्य पिछड़ी जाति (ओबीसी) 27 फीसदी है।"
आंकड़ों के मुताबिक राज्य की आबादी में अनुसूचित जाति 19.65 फीसदी और अनुसूचित जनजाति 1.68 फीसदी है।
इसके अलावा आंकड़ों में यह भी कहा गया है कि बिहार की कुल आबादी में हिंदू 81.99 फीसदी, मुस्लिम 17.7 फीसदी, ईसाई 0.05 फीसदी, सिख 0.01 फीसदी, बौद्ध 0.08 फीसदी और अन्य धर्मों के 0.12 फीसदी लोग बिहार में रहते हैं।
आंकड़ों में यह भी कहा गया है कि ओबीसी में आबादी के आधार पर सबसे बड़ा समूह यादवों का है, जो सूबे में 14.27 फीसदी है। वहीं कुशवाह और कुर्मी समुदाय आबादी का 4.27 फीसदी और 2.87 फीसदी हैं। भूमिहारों की आबादी 2.86 फीसदी, ब्राह्मणों की 3.66 फीसदी, कुर्मियों की 2.87 फीसदी और मुसहरों की 3 फीसदी है।