CAA Protest: शाहीन बाग पर सुशील मोदी ने उठाए सवाल, कहा-जब कश्मीर से अल्पसंख्यकों को भगाया तब क्यों चुप रहे
By स्वाति सिंह | Published: January 19, 2020 07:05 PM2020-01-19T19:05:23+5:302020-01-19T19:05:47+5:30
नागरिकता कानून के विरोध प्रदर्शन के चलते, शाहीन बाग इलाका 15 दिसंबर 2019 से बंद है। भारत के कई हिस्सों में सीएए के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हो रहा है।
नागरिकता संशोधित कानून के खिलाफ दिल्ली के शाहीन बाग में चल रहे विरोध प्रदर्शन के बीच पर बीजेपी के नेता और बिहार के डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने सवाल उठाया है। उन्होंने कहा कि जब 30 साल पहले धार्मिक अल्पसंख्यकों को कश्मीर से भागने पर मजबूर किया जा रहा था तब शाहीन बाग से आवाजें क्यों नहीं उठीं।
बता दें कि दिल्ली के शाहीन बाग में कई दिनों से नागरिकता संशोधन कानून (सीएए), राष्ट्रीय रजिस्टर नागरिक( एनआरसी) के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हो रहा है। इसे लेकर दिल्ली के दक्षिण-पूर्व इलाके के उपायुक्त (डीसीपी) ने प्रदर्शनकारियों को समझाया है कि सड़कों को बिना जाम करें अपना विरोध प्रदर्शन करें।
#HamWapasAayenge Why Shaheen Bagh never raised their voice when religious minorities were forced to flee Kashmir 30 yrs ago ?
— Sushil Kumar Modi (@SushilModi) January 19, 2020
समाचार एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक, डीसीपी चिन्मय बिस्वाल ने कहा, 'हम लगातार प्रदर्शनकारियों से बातचीत कर रहे हैं। हम कोशिश कर रहे कि प्रदर्शन सकड़ों को बिना रोके किया जाए। बड़ी सड़कों पर प्रदर्शन करने से लोगों की रोज की गतिविधियों में बाधा पहुंचती है।'
शाहीन बाग में जारी विरोध प्रदर्शन पर दिल्ली हाईकोर्ट ने दिल्ली पुलिस से इस मामले को देखने लिए कहा था। दिल्ली के कालिंदी कुंज सड़क को प्रदर्शनकारियों ने बंद कर दिया है, जिसके बाद डीसीपी में प्रदर्शनकारियों से बातचीत की। उन्होंने स्थानीय लोगों से हाईकोर्ट के आदेश मानने के लिए अनुरोध किया, 'हमारी प्राथमिकता कानून एवं व्यवस्था को बनाए रखने की है। लेकिन इस प्रदर्शन में हर व्यक्ति एक सामान्य नागरिक है इसलिए हम कठोर कार्रवाई करना नहीं चाहते हैं।'
कार्ट ने हाल ही पुलिस को आदेश दिया था कि बस से स्कूल जाने वाले छात्रों की स्थिति के सारे में विचार करें। जिनकी बोर्ड की परीक्षाएं आ रही है। शाहीन बाग कलोनी के एसोसिएशन ने कोर्ट में दावा किया कि ऐसे बहुत से छात्र हैं जिन्हें बोर्ड की परीक्षा के समय परेशानियों का सामना कर पड़ रहा हैं। नागरिकता कानून के विरोध प्रदर्शन के चलते, शाहीन बाग इलाका 15 दिसंबर 2019 से बंद है। भारत के कई हिस्सों में सीएए के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हो रहा है।