CAA विरोध का मामलाः कोर्ट ने कहा, भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रखेशर की हृदय गति रुक सकती है, तत्काल चिकित्सा उपचार उपलब्ध कराएं
By भाषा | Published: January 8, 2020 08:12 PM2020-01-08T20:12:20+5:302020-01-08T20:12:20+5:30
मुख्य मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट अरुल वर्मा ने एक अंतरिम आदेश में निर्देश जारी किए और मामले में अब विस्तृत सुनवाई गुरुवार को होगी। बुधवार को थोड़ी देर चली सुनवाई में जेल अधिकारियों ने चंद्रशेखर के आवेदन के जवाब में उनकी मेडिकल रिपोर्ट सौंपने के लिए समय मांगा।
दिल्ली की एक अदालत ने बुधवार को तिहाड़ जेल के अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रखेशर को तत्काल चिकित्सा उपचार उपलब्ध कराएं जिन्हें दिल्ली के दरियागंज में नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में प्रदर्शन के दौरान हिंसा के संबंध में गिरफ्तार किया गया है।
मुख्य मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट अरुल वर्मा ने एक अंतरिम आदेश में निर्देश जारी किए और मामले में अब विस्तृत सुनवाई गुरुवार को होगी। बुधवार को थोड़ी देर चली सुनवाई में जेल अधिकारियों ने चंद्रशेखर के आवेदन के जवाब में उनकी मेडिकल रिपोर्ट सौंपने के लिए समय मांगा।
चंद्रशेखर के वकील महमूद प्राचा ने कहा कि उनके मुवक्किल ने दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में उपचार कराने का आग्रह किया है। आवेदन में दावा किया गया कि चंद्रशेखर को रक्त के गाढ़ा होने की समस्या है और एम्स के डॉक्टरों से इसकी नियमित जांच की जरूरत है जो लंबे समय से उनके उपचार का निरीक्षण कर रहे हैं। इसमें कहा गया कि यदि तत्काल उपचार उपलब्ध नहीं कराया गया तो चंद्रशेखर की हृदय गति रुक सकती है।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी जाएंगी जहां वह संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) विरोधी प्रदर्शनों के दौरान गिरफ्तार कुछ लोगों से मुलाकात करेंगी। सूत्रों के अनुसार उनका सिविल सोसायटी के कुछ लोगों और काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के कई छात्रों से भी मुलाकात का कार्यक्रम है।
कांग्रेस सूत्रों ने बताया कि वह अपने कुछ घंटों के वाराणसी प्रवास के दौरान उस दुधमुंही बच्ची की मां से भी मुलाकात कर सकती हैं जिन्हें बेनियाबाग इलाके में हुए विरोध प्रदर्शन के बाद गिरफ्तार किया गया था। दरअसल, सीएए के खिलाफ वाराणसी के बेनियाबाग में हुए विरोध प्रदर्शन के दौरान बच्ची के माता-पिता सहित 70 लोगों को गिरफ्तार किया गया था।
महमूरगंज के शिवाजीनगर निवासी एकता और रवि की सवा साल की बच्ची चंपक कई दिनों तक परिवार के दूसरे सदस्यों के साथ रही। बाद में एकता को रिहा कर दिया गया।