नई दिल्ली:कांग्रेस महासचिव प्रियंका गाँधी जल्दी ही 35 लोधी एस्टेट के सरकारी बंगले को छोड़ कर अपने निजी आवास में चली जाएँगी। यह फैसला प्रियंका ने उस नोटिस के जवाब में लिया है जो उन्हें आज शहरी विकास मंत्रालय द्वारा सरकारी बंगले को खाली करने के लिए भेजा गया है। नोटिस में मकान खाली कराने का जो कारण बताया गया है उसमें एसपीजी सुरक्षा सरकार द्वारा वापस लिए जाने को आधार बनाया गया है तथा यह भी साफ़ किया गया है की एक जुलाई से यह आवंटन रद्द कर दिया गया है परन्तु वह एक महीने की छूट के तहत एक अगस्त या उससे पूर्व आवास को खाली कर दें।
ग़ौरतलब है की प्रियंका गाँधी को दी गयी एसपीजी सुरक्षा गृह मंत्रालय ने पिछले वर्ष नवंबर में वापस ले ली थी जिसके बाद से ही 35 लोधी एस्टेट को खाली करने की चुनौती उनके सामने थी। दरअसल 1997 में एसपीजी के आधार पर लोधी एस्टेट में उन्हें यह आवास आवंटित किया गया था। इस समय प्रियंका गाँधी पर इस आवास का 3.46 लाख रुपया बकाया है।
कांग्रेस ने इस मुद्दे पर अभी तक कोई औपचारिक प्रतिक्रिया व्यक्त नहीं की है लेकिन सूत्रों ने दावा किया है की प्रियंका गाँधी नोटिस मिलने से पहले ही सरकारी आवास छोड़ने पर विचार कर रहीं थीं। माना जा रहा है की प्रियंका गाँधी अपने पति रोबर्ट वाड्रा की किसी संपत्ति में नया आशियाना बनाएंगी जो दिल्ली अथवा गुरुग्राम में संभव हैं। ऐसे भी संकेत मिलें हैं की प्रियंका मेहरौली स्थित अपने पारिवारिक फार्म हाउस में भी जा सकती हैं।
हालांकि उनका अपना इरादा लखनऊ में रहने का है जिसके लिए उन्होंने एक मकान लखनऊ में लिया है। प्रियंका के पास हिमाचल प्रदेश में भी एक बड़ी कॉटेज है लेकिन फिलहाल उनका कोई इरादा हिमाचल में जा कर रहने का नहीं है। इस बात की प्रबल संभावना जताई जा रही है की प्रियंका गाँधी वाड्रा अपने पति की दिल्ली स्थित किसी एक संपत्ति में जा कर रहेंगी।