Budget 2024: शशि थरूर ने निर्मला सीतारमण के बजट भाषण पर कहा, "इसमें आंकड़े कम 'बयानबाजी' ज्यादा है"
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: February 1, 2024 01:38 PM2024-02-01T13:38:50+5:302024-02-01T14:01:04+5:30
कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने वित्त मंत्री सीतारमण के बजट भाषण की आलोचना करते हुए कहा कि संसद के रिकॉर्ड पर रखे गये अब तक के बजट भाषणों में यह सबसे छोटे था।
नई दिल्ली: मोदी सरकार द्वारा लोकसभा चुनाव 2024 से पहले संसद में पेश किये गये आखिरी बजट को लेकर विपक्ष की ओर से तीखे हमले शुरू हो गये हैं। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा गुरुवार को पेश किये गये 2024 के आखिरी अंतरिम बजट की संसद में की गई प्रस्तुति को लेकर विपक्ष ने निशाना साधा है।
समाचार वेबसाइट हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार वित्त मंत्री सीतारमण द्वारा संसद में दिये गये अंतरिम बजट के भाषण को बेहद निराशाजनक बताते हुए कड़ी आलोचना की गई है। विपक्ष की ओर से कहा गया है कि बजट भाषण में ऐसा कुछ भी नहीं है, जिसे जनकल्याणकारी कहा जाए। वित्त मंत्री के बजट भाषण से "बहुत कुछ सामने नहीं आया" और उन्होंने भाषण के नाम पर केवल "बयानबाजी" की है।
कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने वित्त मंत्री सीतारमण के बजट भाषण की आलोचना करते हुए कहा, "संसद के रिकॉर्ड पर रखे गये अब तक के बजट भाषणों में यह सबसे छोटे था और सीतारमण ने भाषण में बेहद अस्पष्ट भाषा का इस्तेमाल किया है। वित्त मंत्री क भाषण में बहुत कम आंकड़ों का इस्तेमाल किया गया है।"
उन्होंने कहा, "निर्मला सीतारमण के इस बजट भाषण से कुछ भी निकलकर बाहर नहीं आया। हमेशा की तरह उनकी बातों में बहुत सारी बयानबाजी थी, कार्यान्वयन के बिंदू पर सरकार की ओर से ऐसी कोई ठोस पहल सामने नहीं आयी। उन्होंने महत्वपूर्ण रूप से यह स्वीकार किए बिना इशारे में विदेशी निवेश के बारे में बात करते हुए कहा कि उसके निवेश में कमी आई है।“
इसके साथ कांग्रेस नेता थरूर ने वित्त मंत्री के बजट भाषण को बेहद निराशाजनक बताते हुए कहा, "उन्होंने कई चीजों के बारे में बात की, जिसकी भाषा बहुत ही अस्पष्ट थी। भाषण में जब ठोस आंकड़ों की बात आई तो उन्होंने बहुत ही कम आंकड़े दिये। यह एक बहुत ही निराशाजनक भाषण था।"
कांग्रेस नेता शशि थरूर के अलावा समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने दावा किया कि यह नरेंद्र मोदी सरकार का विदाई बजट है। अखिलेश यादव ने कहा, "अगर कोई बजट विकास के लिए नहीं है, अगर कोई बजट लोगों के लिए नहीं है तो वह बेकार है। भाजपा सरकार ने पिछले दस वर्षों में शासन का एक शर्मनाक रिकॉर्ड बनाया है, जो कभी नहीं टूटेगा। यह बीजेपी का विदाई बजट है।"