सिक्किम: भारी बारिश में फंसे 40 पर्यटकों को बीआरओ की टीम ने बचाया, परोसा गर्म खाना-सैलानियों के लिए खोली सड़क
By आजाद खान | Published: May 2, 2023 11:22 AM2023-05-02T11:22:45+5:302023-05-02T11:53:04+5:30
इससे पहले अप्रैल के शुरुआत में भी बीआरओ की टीम ने 350 पर्यटकों को बचाया था। ये सैलानी अचानक आए एक हिमस्खलन के कारण पूर्वी सिक्किम में फंस गए थे।
गंगटोक: सिक्किम में भारी बारिश के कारण फंसे 40 पर्यटकों को सोमवार को सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) द्वारा बचाया गया है। ये पर्यकटक नाथुला पास के नजदीक फंसे हुए थे। जानकारी के अनुसार, फंसे हुए सैलानियों को बाहर निकालने के बाद उन्हें गर्म खाना परोसा गया और संगठन द्वारा उनके रूकने का भी इंतेजाम किया गया।
यही नहीं संगठन ने टीम की मदद से गंगटोक वाले रास्ते को भी खोला है जिससे इन पर्यटकों को गंगटोक में भेजा गया है। यह जानकारी मंगलवार को गुवाहाटी में डिफेंस पीआरओ द्वारा दी गई है। इससे पहले भी संगठन ने इसी तरह से फंसे हुए लोगों को बचाया था जब अप्रैल के शुरूआत में पूर्वी सिक्किम के कुल 350 पर्यटक एक जगह फंस गए थे।
क्या है पूरा मामला
बता दें कि नाथुला पास के नजदीक 40 पर्यटकों के फंसे होने की खबर मिलने पर बीआरओ के कर्मयोगियों ने बचाव अभियान चलाया था। इस अभियान में 40 सैलानियों को बचाया गया जिन्हें बीआरओ के प्रोजेक्ट स्वास्तिक के कर्मयोगियों द्वारा उन्हें एक सुरक्षित जगह में रखकर उन्हें खाना दिया गया था।
Assam | 40 tourists who were stranded near Nathula due to heavy rainfall were rescued by Border Roads Organisation (BRO). They were served hot meals and given shelter in the BRO detachments and were sent back to Gangtok after the road was opened by BRO: Defence PRO, Guwahati pic.twitter.com/XQLIYa9SC4
— ANI (@ANI) May 2, 2023
बता दें कि इस निस्वार्थ समर्पण क्षेत्र में तैनात बीआरओ की टीम डीजी लेफ्टिनेंट जनरल राजीव चौधरी के कुशल मार्गदर्शन की एक पहचान है। इस बचाव अभियान की कुछ तस्वीरें भी सामने आई है जिसमें बीआरओ की टीम सैलानियों की मदद करती दिखी है।
पिछले महीने भी 350 सैलानियों को बीआरओ ने बचाया था
बता दें कि पिछले महीने के शुरुआत में अचानक आए एक हिमस्खलन के कारण पूर्वी सिक्किम में फंसे कुल 350 पर्यटक एक जगह फंस गए थे। ऐसे में इन सैलानियों की बीआरओ ने मदद की थी और उन्हें सुरक्षित वहां से बाहर निकाला था। ऐसे में सिक्किम के नाथू ला पहाड़ी दर्रे के पास हिमस्खलन की चपेट में आने से सात लोगों की मौत हो गई थी।