ब्रिक्स का होगा विस्तार, अब पांच देशों के अलावा 6 नए देश होंगे शामिल; जानें
By अंजली चौहान | Published: August 24, 2023 02:05 PM2023-08-24T14:05:17+5:302023-08-24T14:08:07+5:30
ब्रिक्स ने छह नए देशों को इस समूह में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया है, जिनमें अर्जेंटीना, मिस्र, इथियोपिया, ईरान, सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात शामिल हैं।
जोहान्सबर्ग: दक्षिण अफ्रीका में हो रहे 15वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन पर दुनिया के कई देशों की निगाहें टिकी हुई है। ब्रिक्स 5 देशों का समूह है जिसमें भारत, ब्राजील, रूस, चीन और दक्षिण अफ्रीका शामिल हैं। मगर अब इस समूह का विस्तार होने जा रहा है।
खबर है कि ब्रिक्स में छह अन्य देश भी जुड़ने वाले हैं। इसे लेकर ब्रिक्स देशों के बीच बैठक में बातचीत हुई और सभी ब्रिक्स सदस्यों ने सार्वजनिक रूप से पांच सदस्यीय ब्लॉक के विस्तार के लिए समर्थन व्यक्त किया है।
गौरतलब है कि सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी जोहान्सबर्ग पहुंचे हुए हैं। जोहान्सबर्ग में चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग, दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा, ब्राजील के राष्ट्रपति लूला दा सिल्वा और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच सैंडल वित्तीय जिले में एक सम्मेलन के दौरान मुलाकात हुई। ब्रिक्स में शामिल होने के लिए 20 से अधिक देशों को आमंत्रित किया गया है।
इस मौके पर दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा ने कहा कि विस्तार के पहले चरण के हिस्से के रूप में अर्जेंटीना, मिस्र, इथियोपिया, ईरान, सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात को ब्रिक्स में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया गया है। नई सदस्यता 1 जनवरी, 2023 से प्रभावी होगी।
रामफोसा ने एक संयुक्त मीडिया ब्रीफिंग में कहा कि पांच ब्रिक्स देशों के रूप में, हम ब्रिक्स विस्तार प्रक्रिया पर मार्गदर्शक सिद्धांतों, मानकों, मानदंडों और प्रक्रियाओं पर एक समझौते पर पहुंच गए हैं, जिस पर काफी समय से चर्चा चल रही है। इस विस्तार प्रक्रिया के पहले चरण पर हमारी आम सहमति है और इसके बाद अन्य चरण भी आएंगे।
जानकारी के अनुसार, इस समूह का गठन साल 2009 में किया गया था तब रूस, ब्राजील, भारत और चीन इसका हिस्सा था। इसके बाद 2010 में दक्षिण अफ्रीका को इसमें जोड़ा गया था।
ब्रिक्स में ये देश होना चाहते हैं शामिल
सऊदी अरब ब्रिक्स में शामिल होना चाहता है क्योंकि सऊदी अरब के ब्रिक्स में शामिल होने से क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के अपने देश की अर्थव्यवस्था में विविधता लाने के प्रयासों को बल मिलेगा।
जानकारी के मुताबिक, आवेदन करने वाले अन्य देशों में अर्जेंटीना, मिस्त्र, इथियोपिया, इंडोनिशिया, ईरान और संयुक्त अरब अमीरात शामिल हैं।
पीएम मोदी ने किया स्वागत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विश्वास व्यक्त किया कि ब्रिक्स, नए सदस्यों के साथ, ब्लॉक के सहयोग में नई गति और नई ऊर्जा का संचार करने में सक्षम होगा।
उन्होंने कहा कि भारत के नए ब्रिक्स सदस्यों के साथ बहुत गहरे और ऐतिहासिक संबंध रहे हैं, उन्होंने कहा कि द्विपक्षीय सहयोग में नए आयाम भी जुड़ेंगे।
उन्होंने कहा कि ब्रिक्स का विस्तार और आधुनिकीकरण एक संदेश है कि दुनिया के सभी संस्थानों को बदलते समय के अनुसार खुद को ढालने की जरूरत है। यह एक ऐसी पहल है जो 20वीं शताब्दी में स्थापित अन्य वैश्विक संस्थानों में सुधारों का एक उदाहरण हो सकती है।
भारत का हमेशा से मानना रहा है कि नए सदस्यों के जुड़ने से ब्रिक्स एक संगठन के रूप में और मजबूत होगा और इससे हमारे साझा प्रयासों को नई गति मिलेगी। पीएम मोदी ने कहा, इससे बहुध्रुवीय विश्व व्यवस्था में कई देशों का विश्वास भी मजबूत होगा।