दिल्ली: DDA फ्लैट में धड़ल्ले से चल रहे हैं गैरकानूनी ब्रेस्ट इंप्लांट सेंटर, डॉक्टर नहीं तकनीशियन करते हैं महिलाओं की सर्जरी!
By पल्लवी कुमारी | Published: November 27, 2018 09:52 AM2018-11-27T09:52:09+5:302018-11-27T09:52:09+5:30
दिल्ली में छोटे-छोट जगहों में चल रहे ब्रेस्ट इंप्लांट सर्जरी के क्लिनिक में सुरक्षा को लेकर कोई जांच नहीं की जा रही है। प्रशासन की ओर से वहां ये तक नहीं देखा जा रहा है कि वहां किस तरीके से ब्रेस्ट इंप्लांट किया जा रहा है उसमें सारे नियामक मौजूद है या नहीं?
ब्रेस्ट इंप्लांट का आजकल महिलाओं में काफी ट्रेंड चल गया है। लेकिन अगर आप राजधानी दिल्ली में ब्रेस्ट इंप्लांट सर्जरी करवाते हैं तो ये खबर आपके लिए है। दिल्ली में ब्रेस्ट इंप्लांट को लेकर खिलवाड़ किया जा रहा है और प्रशासन भी इस मामले काफी ढिलाई बरत रही है।
दिल्ली में छोटे-छोट जगहों में चल रहे ब्रेस्ट इंप्लांट सर्जरी के क्लिनिक में सुरक्षा को लेकर कोई जांच नहीं की जा रही है। प्रशासन की ओर से वहां ये तक नहीं देखा जा रहा है कि वहां किस तरीके से ब्रेस्ट इंप्लांट किया जा रहा है उसमें सारे नियामक मौजूद है या नहीं?
पचास हजार में किया जाता है ब्रेस्ट इंप्लांट सर्जरी
अंग्रेजी अखबार/वेबसाइट इंडियन एक्स्प्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक दिल्ली में गैरकानूनी तौर पर भी कई ब्रेस्ट इंप्लांट सर्जरी के क्लिनिक चलाए जा रहे हैं। दिल्ली के उत्तर-पश्चिम बाहरी इलाके में ब्रेस्ट इंप्लांट सर्जरी का एक क्लिनिक है। यहां की इमारत की पहली मंजिल पर के डी प्लास्टिक और कॉस्मेटिक सर्जरी सेंटर में एक ऑपरेशन थियेटर और एक मरीज वार्ड है। यहां का मैनेजर भी इस बात को स्वीकार किया है कि यहां ब्रेस्ट इंप्लांट सर्जरी किया जाता है। जो पचास हजार में किया जाता है।
पितमपुरा में चलता है गैरकानूनी तरीके से ब्रेस्ट इंप्लांट सर्जरी सेंटर
के डी प्लास्टिक सर्जरी सेंटर से पितमपुरा से 20 किलोमीटर दूर है। यह एकओल्मेक प्लास्टिक सर्जरी सेंटर है। यहां ऑपरेशन थिएटर दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) फ्लैट में है। इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक यह क्लिनिक काफी बिजी रहता है। यहां दो महीने में ब्रेस्ट सर्जरी किया जाता है। इनके इस दो सेंटर में सिर्फ एक तकनीशियन है। जिसके पास ब्रेस्ट सर्जरी के लिए कोई ऑफिशियल ड्रिगी नहीं है। उसने बस एक प्लास्टिक सर्जरी सेंटर में बतौर तकनीशियन के रूप में काम किया है।
प्लास्टिक सर्जरी सेंटर में बतौर तकनीशियन काम करते-करते जब उसे देख लिया कि वहां डॉक्टर उस काम को कैसे करते हैं तो उस शख्स ने अपना ब्रेस्ट सर्जरी का सेंटर खोल लिया।
यह एक व्यस्त केंद्र प्रतीत होता है कि यहां एक स्तन प्रत्यारोपण सर्जरी की प्रतीक्षा अवधि दो महीने है। दो केंद्रों के लिए आम एक तकनीशियन है। उन्होंने एक बार ओल्मेक प्लास्टिक सर्जरी सेंटर में काम किया। यह जानकर कि स्तन प्रत्यारोपण कैसे बड़ी मांग में हैं, और सर्जरी आकर्षक है, उन्होंने अपनी दुकान स्थापित करने का फैसला किया। अब वह नरेला में के डी प्लास्टिक सर्जरी सेंटर का मालिक है।
लेकिन यहां सबसे बड़ा सवाल उठता है कि उसकी मेडिकल डिग्री क्या है? क्या उनके क्लिनिक इन सर्जरी करने के लिए प्रमाणित हैं? क्या किसी तरीके से आप उस उक्त शख्स के ट्रैक रिकॉर्ड का पता लगा सकते हैं? इन सवालों का जवाब में आपके हाथ में कुछ नहीं लगता क्योंकि ब्रेस्ट सर्जरी के बाजार में इस के क्रॉस चेकिंग को लेकर कोई व्यवस्था ही नहीं है।
गलत तरीके से किया जा रहा है ब्रेस्ट इंप्लांट सर्जरी
पितमपुरा में डॉ नरेंद्र कौशिक, जो ओल्मेक प्लास्टिक सर्जरी सेंटर का मालिक है। उनका कहना है कि वह ब्रेस्ट इंप्लांट के लगभग आधे हिस्से में "संशोधन सर्जरी" की जरूरत है। उन्होंने इनमें से कुछ सर्जरी का रिकॉर्डिंग भी किया गया है। ये वीडियो क्लिप देखकर पता चलता है कि किस तरीक से ब्रेस्ट इंप्लांट कराया जा रहा है।
सेंटर ने एक वीडियो को हटा दिया है। इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक इस वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि ब्रेस्ट सर्जरी के मरीजे के सीने में चारों और रैसेज दिखाई दे रहे हैं। ब्रेस्ट के चारों ओर संक्रमण और एक दांत के संकेत हैं। ये वीडियो क्लिप देखकर पता चलता है कि किस तरीक से ब्रेस्ट इंप्लांट कराया जा रहा है।