पाटीदारों की मांगें नहीं मानने वाली पार्टियों का करें बहिष्कार: पाटीदार नेता ने कहा
By भाषा | Published: August 24, 2021 05:06 PM2021-08-24T17:06:54+5:302021-08-24T17:06:54+5:30
पाटीदार समुदाय के नेता लालजी पटेल ने मंगलवार को कहा कि दिसंबर 2022 में होने वाले अगले गुजरात विधानसभा चुनाव में पाटीदार “वोट के हथियार” का “भरपूर इस्तेमाल” करेंगे। उन्होंने कहा कि जो राजनीतिक पार्टी इस समुदाय की मांगों को नहीं मानेगी उनका बहिष्कार किया जाएगा। सरदार पटेल समूह (एसपीजी) के प्रमुख पटेल ने कहा कि बड़ी सभाएं करने की बजाय पाटीदार स्वयंसेवक अब छोटी टोलियां बनाकर हर पाटीदार के घर जायेंगे और उन्हें उनके अधिकारों और लंबित मांग से अवगत कराएंगे। हालांकि, हार्दिक पटेल 2015 में हुए आंदोलन का चेहरा थे जिसमें पाटीदारों को अन्य पिछड़ा वर्ग का दर्जा देने की मांग की गई थी, लेकिन इस मुद्दे को सबसे पहले एसपीजी ने मेहसाणा में उठाया था। अपना दल बनाने से पहले हार्दिक पटेल भी एसपीजी में थे। लालजी पटेल ने संवाददाताओं से कहा, “चुनाव के समय ही मांग सुनी जाती है। चुनाव के दौरान सरकार भी दबाव में होती है, विशेषकर तब, जब ऐसे बड़े समुदाय के वोट पाने हों। हम चूंकि इतने सालों से समुदाय के लिए काम कर रहे हैं इसलिए हम भी इस स्थिति का लाभ लेंगे जिससे हमारी मांगे सुनी जाएं और पाटीदारों के हित में फैसले लिए जाएं।” गुजरात में दिसंबर 2022 में विधानसभा के चुनाव हो सकते हैं। पटेल ने कहा, “पहले हम बड़ी रैलियां करते थे। लेकिन अब हमने छोटी टोलियां बनाने का निर्णय लिया है जो हर पाटीदार के घर जाकर उन्हें (उनके अधिकारों के प्रति) जागरूक करेंगी। चुनाव के दौरान, पाटीदार उन राजनीतिक दलों का बहिष्कार करेंगे जो हमारी मांग नहीं मानेंगे।” पटेल ने लंबित मांगों के बारे में नहीं बताया।
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