"लोकसभा की 400 सीटों पर जीत का दावा करने वाली भाजपा विपक्षी दलों को तोड़ने में लगी है", दानिश अली ने राज्यसभा चुनाव में हुए क्रॉस वोटिंग पर कहा
By आशीष कुमार पाण्डेय | Updated: February 29, 2024 07:25 IST2024-02-29T07:21:07+5:302024-02-29T07:25:30+5:30
लोकसभा सांसद सांसद दानिश अली ने कहा कि राज्यसभा चुनाव में जिस तरह से क्रास वोटिंग हुई है, यह लोकतंत्र और देश की राजनीति के लिए कतई अच्छा नहीं है।

फाइल फोटो
संभल: विभिन्न राज्यों में हुए राज्यसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशियों के पक्ष में हुए क्रॉस वोटिंग के बाद लोकसभा सांसद दानिश अली ने बीते बुधवार को कहा कि हमारे देश में ऐसा पहली बार हो रहा है कि एक तरफ तो सत्ता पर काबिज भाजपा कह रही है कि वो इस बार हो रहे लोकसभा चुनाव में 400 सीटों पर जीत दर्ज करेगी, लेकिन इसके साथ ही वो विपक्षी दलों को भी तोड़ने का काम कर रही है।
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार सांसद दानिश अली ने यह भी कहा कि राज्यसभा चुनाव में जिस तरह से क्रास वोटिंग हुई है, यह लोकतंत्र और देश की राजनीति के लिए कतई अच्छा नहीं है।
उन्होंने कहा, "देश की राजनीति में ऐसा पहली बार हो रहा है कि एक तरफ तो सत्ता पक्ष कह रहा है कि हम 400 के पार होंगे, लेकिन दूसरी तरफ विपक्षी दलों को तोड़ने का काम कर रहे हैं। सत्ता पक्ष ने एक समिति बनाई, जिन्हें यह देखने की जिम्मेदारी दी गई है कि कौन क्रॉस वोटिंग करेगा और कौन अन्य दलों के विधायकों को तोड़ेगा। यह भारतीय राजनीति या भारतीय लोकतंत्र के लिए अच्छा नहीं है।''
मालूम हो कि तीन राज्यों की 15 राज्यसभा सीटों के लिए संपन्न हुए चुनाव में जमकर क्रॉस-वोटिंग हुई, जिसमें भाजपा ने 10 सीटें, कांग्रेस ने तीन और समाजवादी पार्टी ने दो सीटें जीतीं। इस चुनाव में मुख्य रूप से भाजपा को लाभ हुआ और उसने उत्तर प्रदेश में एक अतिरिक्त सीट जीती और इसके अलावा हिमाचल प्रदेश में वोटों की गणित के इतर एक सीट पर जीत हासिल की।
इस चुनाव में सबसे बड़ा आश्चर्य हिमाचल प्रदेश से हुआ, जहां कांग्रेस उम्मीदवार अभिषेक मनु सिंघवी हार गए क्योंकि सत्तारूढ़ कांग्रेस के छह विधायकों ने चुनाव में क्रॉस वोटिंग की। भाजपा के हर्षवर्धन विजयी हुए, जिसके परिणामस्वरूप एक वर्ष से अधिक पुरानी कांग्रेस सरकार ढहने के कगार पर पहुंच गई है। भाजपा नेताओं ने कहा कि कांग्रेस ने विधानसभा में बहुमत खो दिया है, लेकिन मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि ताकत का परीक्षण विधानसभा के पटल पर किया जा सकता है।
हिमाचल के अलावा भारतीय जनता पार्टी ने उत्तर प्रदेश में राज्यसभा चुनाव में आठ सीटें जीतीं और प्रमुख विपक्षी दल समाजवादी पार्टी, जिसने तीन उम्मीदवार उतारे थे लेकिन उसे केवल दो सीटों पर जीत मिली।
कर्नाटक में नतीजे उम्मीद के अनुरूप रहे और राज्य में सत्ता पर काबिज कांग्रेस ने तीन सीटें और भाजपा ने एक सीट जीती। कांग्रेस उम्मीदवारों को विधानसभा में पार्टी की संख्या से ज्यादा वोट मिले। इसके कारण बीजेपी-जेडीएस उम्मीदवार कुपेंद्र रेड्डी चुनाव हार गए और बीजेपी विधायक एसटी सोमशेखर ने कांग्रेस के पक्ष में वोट किया।