Yogi Adityanath Kairana Lok Sabha Election: 'पहले माफिया सिर चढ़कर बोलते थे, अब दंगा करना भूल गए हैं', कैराना से बोले योगी आदित्यनाथ
By धीरज मिश्रा | Updated: April 12, 2024 13:34 IST2024-04-12T13:32:44+5:302024-04-12T13:34:39+5:30
Yogi Adityanath Kairana Lok Sabha Election: लोकसभा चुनाव के मद्देनजर तमाम राजनीतिक पार्टियों के द्वारा चुनावी सभा की जा रही हैं। इस कड़ी में यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कैराना लोकसभा में एक चुनावी सभा को संबोधित किया।

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Yogi Adityanath Kairana Lok Sabha Election:लोकसभा चुनाव के मद्देनजर तमाम राजनीतिक पार्टियों के द्वारा चुनावी सभा की जा रही हैं। इस कड़ी में यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कैराना लोकसभा में एक चुनावी सभा को संबोधित किया। योगी आदित्यनाथ ने इस दौरान कहा कि पहले माफिया सिर चढ़कर बोलते थे, अब दंगा करने वाले दंगा करना भूल गए हैं। उन्होंने कहा कि जातिवाद की राजनीति का मतलब सिर्फ दंगों और कर्फ्यू को आमंत्रण है, विकास का बैरियर है, बहन बेटियों की सुरक्षा पर खतरा है।
#WATCH | Addressing a public meeting in Saharanpur, UP CM Yogi Adityanath says, "Chaudhary Charan Singh was the one who gave the farmers the due respect in Independent India, and to show the gratitude, PM Modi has given him the Bharat Ratna... Be it SP, BSP or Congress people… pic.twitter.com/affBHqhZc5
— ANI (@ANI) April 12, 2024
उन्होंने कहा कि जो पीएम मोदी का मिशन है, वह हमारा मिशन है और जो मोदी का विजन है, वही हमारा विजन है। उन्होंने कहा कि प्रयागराज के माफिया की प्रॉपर्टी को जब्त करके गरीबों के लिए मकान बनवाने का काम भाजपा सरकार ने किया है। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार सपा-बसपा और कांग्रेस के रग-रग में भरा है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने निजी नलकूप किसानों को फ्री में बिजली मुहैया कराई है। बेटी के जन्म से लेकर वैवाहिक जीवन तक की योजना हमने बनाई है। पहले केवल दो तीन जिलों के लोग ही सरकारी भर्तियों में शामिल होते थे।
फतवों का केंद्र बना दिया गया
योगी ने अपने संबोधन में आगे कहा कि चौधरी चरण सिंह ही वो शख्स थे जिन्होंने आजाद भारत में किसानों को उचित सम्मान दिया और उनका आभार जताने के लिए पीएम मोदी ने उन्हें भारत रत्न देने का फैसला किया। इस फैसले से देशभर के लोग खुश थे। योगी ने कहा कि इन मेहनतकश किसानों, श्रमिकों, कारीगरों, हस्तशिल्प कारीगर सपा, बसपा, कांग्रेस की दंगा नीति के शिकार हो गए थे। यहां का विकास बाधित हो गया था। अन्नदाता किसान आत्महत्या करने के लिए मजबूर हो गया था। बेटियां सुरक्षित नहीं थीं।
व्यापारी सुरक्षित नहीं था। और जाति खेमों में बांटकर लोगों ने सामाजिक तानों बानों को क्षीण भिन्न करने का काम किया था। इसका परिणाम क्या हुआ कभी देश गुलाम हुआ तो कभी हमारे ऐतिहासिक पृष्ठभूमि से जुड़े हुए केंद्रों को तोड़े गए। कभी कांवड़ यात्रा पर रोक लगाई गई। कभी सिख विरोधी दंगे कराए गए। कोई व्यक्ति अपने को सुरक्षित महसूस नहीं करता था। जिस सहारनपुर को शिक्षा के केंद्र के रूप में काशी के रूप में विकसित करने की इतनी क्षमता है, उसे सांप्रदायिक आंदोलन का शहर और फतवों का केंद्र बना दिया गया।