बीजेपी सांसद राकेश सिन्हा ने एक नवम्बर को कहा कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए वह एक निजी विधेयक लाएंगे। साथ ही उन्होंने पूछा कि क्या कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी समेत अन्य विपक्षी नेता इसका समर्थन करेंगे। इसपर पलटवार करते हुए राकेस सिन्हा से पूछा- जब बीजेपी की सरकार है तो फिर उन्हें प्राइवेट बिल लाने की क्या जरूरत है?
कांग्रेस ने कहा, जब नरसिंह राव सरकार इस बारे में कानून लाई थी, तब बीजेपी ने ही इसका विरोध किया था। अब क्या हुआ? टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा कहा, अगर बीजेपी राम मंदिर निर्माण को लेकर वाकई गंभीर है तो फिर सिन्हा को प्राइवेट बिल लाने की क्या जरूरत है? सरकार उनकी है तो क्यों नहीं सरकार यह बिल लाती है?
कांग्रेस ने कहा- सच्चाई ये है कि नरेन्द्र मोदी सरकार राम मंदिर पर अध्यादेश या बिल ना ला सकती
खेड़ा ने आगे कहा, सच्चाई ये है कि तकनीकी तौर पर नरेन्द्र मोदी सरकार राम मंदिर मामले में अध्यादेश या बिल ना ला सकती है, क्योंकि पी.वी. नरसिंह वाली सरकार ने तो पहले ही जमीन अधिग्रहण का कार्य कर चुकी है। बीजेपी हमेशा ही राम मंदिर के नाम भक्तो बेवकूफ बनाने का काम करती है।
बीजेपी नेता राकेश सिन्हा एक के बाद एक राम मंदिर को लेकर किए कई ट्वीट
बता दें कि बीजेपी नेता राकेश सिन्हा एक के बाद एक ट्वीट कर पूछा कि क्या समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव, बसपा प्रमुख मायावती, माकपा के महासचिव सीताराम येचुरी और तेदेपा अध्यक्ष एन चंद्रबाबू नायडू जैसे नेता उनके विधेयक को समर्थन देंगे जो भाजपा और आरएसएस से हमेशा राम मंदिर के बारे में पूछते रहते हैं।
(समाचार एजेंसी भाषा इनपुट के साथ)