भाजपा ने बिहार में शराबबंदी कानून को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की नियत पर उठाया सवाल, जानें क्या कहा
By एस पी सिन्हा | Published: November 29, 2022 05:30 PM2022-11-29T17:30:33+5:302022-11-29T17:31:37+5:30
नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की महत्वाकांक्षी शराबबंदी योजना उनके ही गलत नियत और नीति के कारण सफल नहीं है। इसलिए नीतीश कुमार को इस कानून के नाम पर लोगों को बरगलाना नहीं चाहिए।
पटना: बिहार में शराबबंदी के सफल और विफल होने को लेकर जारी आरोप-प्रत्यारोपों के बीच भाजपा ने एक बार फिर शराबबंदी को लेकर नीतीश सरकार को कठघरे में खड़ा किया है। नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की महत्वाकांक्षी शराबबंदी योजना उनके ही गलत नियत और नीति के कारण सफल नहीं है। इसलिए नीतीश कुमार को इस कानून के नाम पर लोगों को बरगलाना नहीं चाहिए।
उन्होंने कहा कि भाजपा पूर्ण नशाबंदी को शुरू से समर्थन दे रही है। लेकिन नशाबंदी को सफलता कानून से ज्यादा नैतिक और सामाजिक दबाव के कारण मिलता है। अगर नियत साफ रहता है तभी नीति सफल होती है। विजय सिन्हा ने कहा कि वर्ष 2016 में शराबबंदी कानून लागू होने के समय भाजपा विपक्ष में थी।
उस समय हमने नीतीश कुमार से कहा था कि हम शराबबंदी का समर्थन करते हैं, लेकिन जिनके साथ आप बैठे हैं, उनकी नियत सही नहीं है। वे आपकी नीति को सफल होने नहीं देंगे। आज वही हो रहा है। उन्होंने महागठबंधन पर हमला बोलते हुए कहा कि शराब बनाने और पीने वाले माफिया को उम्मीदवार बनाया जा रहा है। कुढ़नी और गोपालगंज में यही हुआ है।
उन्होंने कहा कि भाजपा हमेशा कहती है कि नीति वही बनाएं जो आम लोग स्वीकार करें। साथ ही आपकी नियत साफ होनी चाहिए, अन्यथा इस तरह से लोगों को बरगलाना नहीं चाहिए। विजय सिन्हा ने नीतीश सरकार और उनके साथ के दलों राजद, कांग्रेस आदि की नीति और नियत पर सवाल किया। उन्होंने राज्य में शराबबंदी को असफल बताते हुए इसके लिए नीतीश सरकार में शामिल अन्य दलों को भी निशाने पर लिया। उन्होंने शराबबंदी को एक बरगलाने वाला कानून करार दिया।