भाजपा सांसद सुशील मोदी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर कसा तंज, कहा-जदयू का जल्द ही होगा सफाया
By एस पी सिन्हा | Published: November 1, 2022 04:04 PM2022-11-01T16:04:51+5:302022-11-01T16:04:51+5:30
बीजेपी नेता सुशील मोदी ने कहा की राजद किस चरित्र के लोगों को टिकट दी है। उनके नेता जब गोपालगंज में रोड शो और चुनावी सभा करते है तब उनके साथ कौन लोग मंच साझा करते हैं?
पटना:बिहार विधानसभा के दो सीटों पर होने वाले उपचुनाव को लेकर सूबे में सियासी पारा गर्म हो गया है। भाजपा राजद पर पूरी तरह हमलावर है। अब तो बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री व सांसद सुशील कुमार मोदी ने कुत्ते की दुम से राजद की तुलना की है।
उन्होंने गोपालगंज में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कहा कि जिस तरह कुत्ते की पूंछ कभी सीधी नहीं हो सकती है। उसी तरह बिहार में राजद कभी सुधर नहीं सकती। वह अपराधियों और भ्रष्टाचार में संलिप्त पार्टी है। उसका सांठ-गांठ हमेशा अपराधियों के साथ रहता है।
सुशील मोदी ने कहा की राजद किस चरित्र के लोगों को टिकट दी है। उनके नेता जब गोपालगंज में रोड शो और चुनावी सभा करते है तब उनके साथ कौन लोग मंच साझा करते हैं? ये वही लोग हैं जो जबरन दूसरों का जमीन मकान कब्जा करते हैं। जो शराब माफिया हैं।
सुशील मोदी ने कहा की बिहार में जैसे ही नीतीश कुमार ने राजद के साथ गठबंधन किया तब से लोगों को डर लगने लगा है। उन्होंने दावा किया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जदयू में भगदड़ मची है और उनकी पार्टी के कई विधायक भाजपा के संपर्क में हैं। लेकिन पार्टी समय आने पर उनके बारे में फैसला लेगी।
उन्होंने कहा कि जदयू का जल्द ही लालू प्रसाद यादव की राजद में विलय होने वाला है, यह तो तय है। मोदी ने कहा कि जदयू के कई विधायक नीतीश कुमार के महागठबंधन में जाने से नाखुश हैं। उन्हें डर है कि अगले चुनाव में उनका टिकट काटकर राजद को दे दिया जाएगा। इसलिए वे भाजपा में वापस लौटना चाहते हैं।
उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार को पार्टी टूटने का डर है। नीतीश को लगता है कि अगर विलय हो गया तो सदन में पार्टी के विधायकों की संख्या बढ़ जाएगी। ऐसे में दलबदल करना मुश्किल हो जाएगा। मोदी ने कहा कि नीतीश कुमार की राजनीति का अंतिम समय आ गया है। उन्हें लग गया है कि वे आगे मुख्यमंत्री नहीं बन सकते हैं।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के चुनाव में प्रचार पर नहीं जाने से सवाल पर मोदी ने कहा कि राजद ने दागी उम्मीदवारों को टिकट दिया है, इसलिए नीतीश कुमार प्रचार करने से बच रहे हैं। वे पेट में चोट का हवाला दे रहे हैं। वे दूसरे कार्यक्रमों में तो हिस्सा ले रहे हैं, लेकिन मोकामा-गोपालगंज नहीं गये।