भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को एक बड़ा झटका लगा है। दरअसल, उत्तर प्रदेश के बहराइच से सांसद सावित्री बाई फूले ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया। वह सूबे में एक पार्टी का बड़ा दलित चेहरा रही हैं। हांलाकि वह देश की नरेंद्र मोदी सरकार और उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार के कामकाज से नाखुश रही हैं, जिसको लेकर वो आए दिन हमलावर रही हैं।
सांसद सावित्री बाई फूले ने इस्तीफा देने के बाद बीजेपी पर करारा हमला बोला है। उनका कहना है कि पार्टी समाज में बंटवारे की साजिश करने का काम कर रही है। साथ ही साथ उन्होंने कई आरोप लगाए हैं। हालांकि इस मामले पर पार्टी की ओर से खबर लिखे जाने तक कोई भी प्रतिक्रिया नहीं आई है।
आपको बता दें, अभी हाल ही में राजस्थान चुनाव प्रचार के दौरान योगी आदित्यनाथ द्वारा भगवान हनुमान को दलित बताए जाने के विवाद में कूदते हुये सावित्री बाई फूले ने कहा था कि हनुमान जी दलित और मनुवादियों के गुलाम थे।
आगे उन्होंने कहा था कि हम तो यह देखते है कि अब देश तो ना भगवान के नाम पर चलेगा और नाहीं मंदिर के नाम पर। अब देश चलेगा तो भारतीय संविधान के नाम पर। हमारे देश का संविधान धर्मनिरपेक्ष है। उसमें सभी धर्मो की सुरक्षा की गारंटी है। सबको बराबर सम्मान व अधिकार है। किसी को ठेस पहुंचाने का अधिकार भी किसी को नहीं है। इसीलिये जो भी जिम्मेदार लोग बात करें भारत के संविधान के तहत करें, गैर जिम्मेदाराना बात करने से जनता को एक बार सोचने पर मजबूर करता है।