भाजपा विधायक का आरोप : बांदा कृषि विवि में एक ही जाति के 11 सहायक प्रोफेसरों की नियुक्ति की गईं
By भाषा | Published: June 11, 2021 09:57 PM2021-06-11T21:57:59+5:302021-06-11T21:57:59+5:30
बांदा (उप्र), 11 जून उत्तर प्रदेश में बांदा जिले के कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में सहायक प्रोफेसर के पद पर कथित रूप से क्षत्रिय जाति के 11 व्यक्तियों की नियुक्ति पर सवाल उठाते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के तिंदवारी से विधायक बृजेश कुमार प्रजापति ने इसकी जांच की मांग की है। प्रजापति ने जहां नियुक्तियां गलत तरीके से होने का आरोप लगाया है वहीं विश्वविद्यालय के कुलसचिव एस के सिंह ने कहा कि नियुक्तियां नियमानुसार की गई हैं।
प्रजापति ने शुक्रवार को बताया ‘‘फरवरी में बांदा के कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में 40 पदों पर नियुक्ति के लिए विज्ञापन निकाला गया था।,कुल 24 पदों के लिए चयन प्रक्रिया पूरी की गई है। इनमें प्रोफेसर और सहायक प्रोफेसर पद पर भर्ती होने के बाद पता चला कि पूर्वांचल के रहने वाले, क्षत्रिय जाति के 11 लोगों का सहायक प्रोफेसर पद के लिए चयन किया गया है।’’
उन्होंने बताया कि अन्य 16 पदों के लिए किसी ने आवेदन नहीं किया, अत: ये पद आज भी रिक्त हैं। उन्होंने बताया कि कृषि विश्वविद्यालय में हुई नियुक्तियों की जांच के लिए उन्होंने छह फरवरी को प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री और राज्यपाल को पत्र लिख कर जांच की मांग की है।
तिंदवारी विधानसभा सीट से भाजपा विधायक बृजेश प्रजापति ने गलत तरीके से नियुक्तियां किए जाने का आरोप लगाते हुए कहा ‘‘आरक्षण का मानक नहीं पूरा किया गया, लिहाजा पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कर दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।’’
वहीं विश्वविद्यालय के कुलसचिव एस के सिंह ने कहा ‘‘संस्थान में फरवरी माह में कुल 40 पद के लिए आवेदन मांगे गए थे, जिसमें से 24 पद के लिए आवेदन आए थे। इन पर नियमानुसार नियुक्तियां कर दी गई हैं।
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