भाजपा नेता के रिश्तेदार को एनसीबी ने हिरासत में लेने के कुछ घंटे बाद छोड़ दिया था: नवाब मलिक
By भाषा | Updated: October 9, 2021 19:20 IST2021-10-09T19:20:17+5:302021-10-09T19:20:17+5:30

भाजपा नेता के रिश्तेदार को एनसीबी ने हिरासत में लेने के कुछ घंटे बाद छोड़ दिया था: नवाब मलिक
मुंबई, नौ अक्टूबर राकांपा नेता नवाब मलिक ने शनिवार को दावा किया कि स्वापक नियंत्रण ब्यूरो (एनसीबी) ने पिछले हफ्ते मुंबई तट के पास गोवा जा रहे एक क्रूज जहाज से शुरू में 11 लोगों को हिरासत में लिया था, लेकिन उनमें से तीन को कुछ घंटे बाद छोड़ दिया था, जिसमें भाजपा नेता मोहित भारतीय के एक रिश्तेदार भी शामिल थे।
भारतीय ने इस आरोप पर पलटवार करते हुए कहा कि वह 100 करोड़ रुपये की क्षतिपूर्ति की मांग करते हुए मलिक के खिलाफ मानहानि का एक मामला दायर करेंगे।
राकांपा प्रवक्ता एवं महाराष्ट्र के मंत्री मलिक ने यहां संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए आरोप लगाया कि उन तीन लोगों में भारतीय के रिश्तेदार ऋषभ सचदेवा भी शामिल थे।
उन्होंने कहा कि दो अन्य - प्रतीक गब्बा और आमिर फर्नीचरवाला - जो बॉलीवुड अभिनेता शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान को क्रूज पार्टी में लाये थे, को हिरासत में लिये जाने के दो घंटे बाद सचदेवा के साथ छोड़ दिया गया था।
मलिक ने दावा किया, "अदालत में चल रही सुनवाई में प्रतीक और आमिर के नाम सामने आए थे।’’
इस गुप्त सूचना के आधार पर कि एक जहाज पर पार्टी होनी है, एनसीबी के क्षेत्रीय निदेशक समीर वानखेड़े के नेतृत्व में एजेंसी की एक टीम ने पिछले शनिवार को कॉर्डेलिया क्रूज पर छापा मारा था और वहां से प्रतिबंधित मादक पदार्थ बरामद करने का दावा किया था। मामले में आर्यन खान समेत कुल 18 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
राकांपा नेता ने मांग की कि वानखेड़े के साथ ही इन तीन लोगों के कॉल रिकॉर्ड की जांच की जाए।
मलिक ने दावा किया, ‘‘ऋषभ सचदेवा के पिता और एक रिश्तेदार एनसीबी कार्यालय आए और सचदेवा के पिता के फोन से वानखेड़े और मुंबई और दिल्ली में भाजपा नेताओं के बीच बातचीत हुई।’’
उन्होंने सवाल किया, ‘‘इन तीन व्यक्तियों के फोन क्यों नहीं जब्त किए गए?’’
मलिक के मुताबिक, मुंबई पुलिस को भी यह जानकारी दी गई थी कि क्रूज जहाज से 11 लोगों को हिरासत में लिया गया है।
मलिक ने यह भी आरोप लगाया कि क्रूज पर एनसीबी की छापेमारी ‘‘फर्जी, योजनाबद्ध और फिल्म उद्योग एवं महाराष्ट्र सरकार को बदनाम करने की साजिश थी।’’
अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री ने आरोप लगाया, ‘‘चुनिंदा लोगों को गिरफ्तार किया गया है... मामला गंभीर है। सीसीटीवी फुटेज ली जानी चाहिए और एक विस्तृत जांच होनी चाहिए।’’ उन्होंने अपने आरोपों को लेकर उन पर हमला करने के लिए भाजपा पर भी निशाना साधा।
मलिक ने कहा, ‘‘भाजपा का कहना है कि मैं एनसीबी पर हमले कर रहा हूं क्योंकि मेरे दामाद को एजेंसी ने गिरफ्तार किया था। मैंने कभी अपने दामाद का समर्थन नहीं किया और वह अपना मुकदमा लड़ेंगे। मैं वह जानकारी एनसीबी को कैसे दे सकता हूं, जो इस मामले में मेरे पास है, जिसने एक झूठा मामला तैयार किया है। अगर जांच करने के लिए एक स्वतंत्र आयोग का गठन किया जाता है, तो मैं ऐसा करूंगा।’’
मलिक के संवाददाता सम्मेलन के कुछ घंटों बाद भारतीय ने एक बयान जारी कर राकांपा नेता पर ‘‘मादक पदार्थ के तस्करों का समर्थन करने और अपने आधिकारिक पद का दुरुपयोग करने’’ का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि अगर एनसीबी को ऋषभ सचदेवा और उसके दोस्तों के खिलाफ कोई आपत्तिजनक सबूत मिलता तो एजेंसी उन पर कानून के दायरे में कार्रवाई करती।
उन्होंने कहा, ‘‘एनसीबी की ईमानदारी पर शक नहीं किया जा सकता और उस पर किसी भी राजनीतिक प्रभाव का असर नहीं डाला जा सकता, शायद इसलिए नवाब मलिक एनसीबी और उसके मेहनती अधिकारियों पर निशाना साध रहे हैं।’’
भारतीय ने मलिक पर प्रमुख जांच एजेंसी एनसीबी के खिलाफ आरोप लगाकर और धमकियां देकर अपने आधिकारिक पद का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, ‘‘मैं नवाब मलिक के खिलाफ 100 करोड़ रुपये के हर्जाने की मांग करते हुए मानहानि का मामला दायर करुंगा और मैं मादक पदार्थ के खिलाफ जंग की ओर इस मुकदमे को आगे ले जाने का वचन देता हूं।’’
भाजपा नेता ने आरोप लगाया कि मलिक ‘‘अपने दामाद को गिरफ्तार करने और उन पर मुकदमा चलाने के लिए प्रतिशोध की भावना से एनसीबी के ईमानदार अधिकारियों’’ पर निशाना साध रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘नवाब मलिक द्वारा किया गया संवाददाता सम्मेलन मेरे और सबसे जरूरी भारतीय जनता पार्टी के नाम को बदनाम करने की कमजोर कोशिश के अलावा कुछ नहीं है।’’
भाजपा की महाराष्ट्र और मुंबई इकाई में विभिन्न पदों पर रह चुके भारतीय ने यह भी कहा कि वह भगवा पार्टी के पदाधिकारी नहीं हैं। उन्होंने कहा, ‘‘हालांकि मैं, भारतीय जनता पार्टी का समर्थक रहूंगा। संवाददाता सम्मेलन की पूरी कवायद एनसीबी और भाजपा के ईमानदार और साहसिक प्रयासों पर झूठा आरोप लगाने की एमवीए सरकार की हताशा को दिखाती है।’’
उन्होंने कहा कि यह शर्मनाक है कि एक कैबिनेट मंत्री मादक पदार्थ से घिरे समाज में अभूतपूर्व रूप से छापा मारने और जांच करने वाली प्रमुख जांच एजेंसी एनसीबी के खिलाफ धमकियां देने तथा आरोप लगाने के लिए अपने आधिकारिक पद का दुरुपयोग कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘मादक पदार्थ के खिलाफ जंग का समर्थन करने के बजाय मलिक नशेड़ियों और मादक पदार्थ के तस्करों का समर्थन कर रहे हैं।’’
इस बीच, भारतीय जनता पार्टी की महाराष्ट्र इकाई के प्रवक्ता केशव उपाध्याय ने भी मलिक पर निशाना साधा और कहा भाजपा का नाम खींचने से आरोपियों को रिहा कराने में मदद नहीं मिलेगी। उन्होंने कहा, ‘‘अगर भाजपा से कोई व्यक्ति दोषी पाया जाता तो उसे सजा दी जाएगी।’’
उन्होंने कहा, ‘‘एजेंसियों को अदालतों में सबूत रखना होता है। अगर मलिक आरोपियों को बचाने पर आमादा हैं तो उन्हें अदालतों में जाना चाहिए। वह जांच एजेंसियों पर शक पैदा कर रहे हैं और अनावश्यक रूप से इस मामले में भाजपा को घसीट रहे हैं।
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