लखनऊः योगी आदित्यनाथ को सर्वसम्मति से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक दल का दोबारा नेता चुना गया। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी इस दौरान उपस्थित थे। सुरेश खन्ना ने प्रस्ताव रखा। वह लगातार दूसरी बार प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगे।
पर्यवेक्षक के तौर पर आए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास की मौजूदगी में योगी को विधायक दल का नेता चुना गया। भाजपा विधायक दल के सबसे वरिष्ठ सदस्य सुरेश कुमार खन्ना ने योगी के नाम का प्रस्ताव रखा जिस पर सभी विधायकों ने रजामंदी दे दी।
हालांकि, योगी के फिर से विधायक दल का नेता चुने जाने की प्रबल संभावना थी, जिस पर आज सिर्फ मुहर लगी है। योगी थोड़ी ही देर में राजभवन जाकर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से मुलाकात करेंगे और उत्तर प्रदेश में सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे। उत्तर प्रदेश विधानसभा के हाल ही में संपन्न हुए चुनाव में सत्तारूढ़ भाजपा को 255 सीटें मिलीं, जबकि उसके सहयोगी अपना दल सोनेलाल को 12 तथा निषाद पार्टी को 6 सीटों पर जीत हासिल हुई।
25 मार्च को शपथ ग्रहण समारोह होगा। भाजपा नीत गठबंधन ने हाल के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में 403 में से 273 सीटें जीतीं। मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी (सपा) की अगुवाई वाले गठबंधन को 125 सीटें मिलीं। 'भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी इकाना स्टेडियम' में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल शपथ दिलाएंगी।
इस समारोह को भव्य स्वरूप देने के लिए पिछले कई दिनों से जोर शोर से तैयारी चल रही है। 'भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी इकाना स्टेडियम' को जाने वाली सड़कों को रोशनी से सजाया गया है। मुख्य सड़क पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह एवं आदित्यनाथ के कटआउट लगाये गये हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी , शीर्ष भाजपा नेता, उद्योगपति, संत शुक्रवार को दूसरे कार्यकाल के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने जा रहे योगी आदित्यनाथ के विशाल शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा लेंगे। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सूत्रों के अनुसार गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री इस कार्यक्रम में पहुंचेंगे।
रिलायंस इंडस्ट्रीज के प्रमुख मुकेश अंबानी और देश के 60 से अधिक प्रमुख उद्योगपतियों को भी आमंत्रित किया गया। वर्ष 2016 में पूरा हुए इस स्टेडियम ने 2019 और फरवरी 2022 के बीच पांच अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैचों की मेजबानी की है। स्टेडियम में 50,000 दर्शकों के बैठने की क्षमता है। शुरुआत में इसे इकाना क्रिकेट स्टेडियम कहा जाता था, लेकिन योगी आदित्यनाथ सरकार द्वारा इसका नाम 2018 में पूर्व प्रधान मंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर रखा गया।