भाजपा नेता का दावा, एक माह में हल हो जाएगा राम जन्मभूमि का मुद्दा
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: September 9, 2019 06:33 AM2019-09-09T06:33:52+5:302019-09-09T06:33:52+5:30
अयोध्या विवाद मामले में सुप्रीम कोर्ट नवंबर तक अपना फैसला सुना सकती है। बताया जा रहा है कि हिन्दू पक्ष की दलीलें पूरी होने के बाद से ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं। प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली पांच न्यायाधीशों की संविधान पीठ ने हिंदू पक्ष की दलीलों पर सुनवाई पूरी की।
भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष व राजस्व मंत्री चंद्रकांत पाटिल ने आज यहां कहा कि केंद्र में मजबूत सरकार आने से भाजपा के एजेंडा वाले मुद्दों को एक के बाद एक निपटाया जा रहा है। आगामी एक माह में राम जन्मभूमि का मुद्दा भी हल हो जाने के आसार हैं।
वे बारामती में भाजपा संपर्क कार्यालय के उद्घाटन समारोह को संबोधित कर रहे थे। पाटिल ने कहा कि 70 वर्षों से लंबित कश्मीर के मुद्दे पर प्रधानमंत्री मोदी ने साहसिक निर्णय लिया। कश्मीर की धारा 370 व 35 ए को हटा दिया। तीन तलाक कानून बनाकर मुस्लिम महिलाओं की समस्या हल की।
पूर्वी राज्य में घुसपैठ करने वाले अनेक बांग्लादेशियों को बाहर निकालने के लिए 'राष्ट्रीय नागरिक पंजी' बनाई गई। इसके अंतर्गत बनाई गई पहली सूची में पता चला कि 19 लाख लोगों ने भारत में घुसपैठ की है। यह भी पता कि केंद्र में दो-दो बार मंत्री रह चुके लोग भी अपने देश के नागरिक नहीं हैं।
अयोध्या विवाद मामले में सुप्रीम कोर्ट नवंबर तक अपना फैसला सुना सकती है। बताया जा रहा है कि हिन्दू पक्ष की दलीलें पूरी होने के बाद से ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं। प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली पांच न्यायाधीशों की संविधान पीठ ने हिंदू पक्ष की दलीलों पर सुनवाई पूरी की। पीठ में न्यायमूर्ति एस ए बोबडे, न्यायमूर्ति डी वाई चंद्रचूड़, न्यायमूर्ति अशोक भूषण और न्यायमूर्ति एस ए नजीर भी शामिल हैं।
बता दें कि बीते 70 वर्षों से 2।77 एकड़ राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद की जमीन के मालिकाना हक के लिए लेकर कानूनी लड़ाई चल रही है। शुक्रवार को हिंदू पार्टियों ने अपनी दलीलें पूरी की। सोमवार से मामले में मुस्लिम पक्ष अपनी दलीलें रखेगा।
मालूम हो कि चीफ जस्टिस रंजन गोगोई 17 नवंबर को रिटायर हो रहे हैं। ऐसे में यह चर्चा चल रही है कि सीजेआई के रिटायर होने से पहले ही बेंच अपना फैसला सुना सकता है।