भाजपा को सिर्फ 'जीभ चलाना' और 'जीप चढ़ाना' ही आता है : अखिलेश यादव
By भाषा | Published: October 16, 2021 08:14 PM2021-10-16T20:14:48+5:302021-10-16T20:14:48+5:30
लखनऊ, 16 अक्टूबर समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने शनिवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर तंज कसते हुए कहा कि भाजपा को सिर्फ 'जीभ चलाना' (जुबान चलाकर दावा करना) और 'जीप चढ़ाना' ही आता है।
शनिवार को सपा मुख्यालय के डाक्टर राम मनोहर लोहिया सभागार में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए यादव ने भाजपा सरकार के पूरे कार्यकाल का विफलताओं भरा बताते हुए कहा, '' भाजपा सरकार की कुनीति के चलते उत्तर प्रदेश पिछड़ता गया और महंगाई, बेरोजगारी पर कोई नियंत्रण नहीं हुआ तथा कानून व्यवस्था बदतर होती गई।''
उन्होंने कहा, ''सच तो यह है कि भाजपा को दो ही काम आते हैं: जीभ चलाना और जीप चढ़ाना। लोगों को कुचलना और उनकी आवाज को दबाना ही उनका एजेण्डा हैं।''
गौरतलब है कि तीन अक्टूबर को लखीमपुर खीरी जिले के तिकुनिया क्षेत्र में विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों को थार जीप से कुचलने और इसके बाद भड़की हिंसा में चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत हो गई थी। इस मामले में किसानों ने केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा 'टेनी' के पुत्र आशीष मिश्रा के खिलाफ हत्या और जान-बूझकर किसानों को कुचलने के आरोप में मामला दर्ज कराया। पुलिस ने आशीष मिश्रा और उनके सहयोगियों को इस मामले में गिरफ्तार कर लिया है।
सपा मुख्यालय से शनिवार को जारी बयान के अनुसार यादव ने कहा है,''भाजपा अजीब पार्टी है जो बिना कुछ किए ही ताल ठोक रही है, भाजपा की डबल इंजन सरकार ने समाज के हर वर्ग को परेशान किया है और खुद तो कुछ किया नहीं, समाजवादी सरकार के कामों को ही अपना बताकर विज्ञापनों में छपती रही है।''
यादव ने कहा कि 2022 में होने वाले विधानसभा चुनावों से राष्ट्रीय राजनीति की दिशा भी तय होगी और लोकतंत्र के लिए भी यह परीक्षा की घड़ी होगी। सपा प्रमुख ने कार्यकर्ताओं को सजग करते हुए कहा,''भाजपा के सम्भावित षडयंत्रों से हमें सावधान रहना है, चूंकि भाजपा बहुत शातिर है इसलिए इस बार कोई गलती नहीं होनी चाहिए और समाजवादी कार्यकर्ताओं, नेताओं को बूथ स्तर तक पार्टी की मजबूती के लिए जुटना होगा।'' उन्होंने दावा किया कि समाजवादी सरकार बनने पर ही लोगों की परेशानियां दूर होंगी और किसानों-नौजवानों के हितों का संरक्षण होगा।
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