भाजपा ने नेता पर हमले के आरोपियों की गिरफ्तारी में देरी पर नाराजगी जताई
By भाषा | Updated: December 30, 2021 17:53 IST2021-12-30T17:53:08+5:302021-12-30T17:53:08+5:30

भाजपा ने नेता पर हमले के आरोपियों की गिरफ्तारी में देरी पर नाराजगी जताई
अलप्पुझा, 30 दिसंबर केरल में भाजपा अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) मोर्चे के नेता के हत्यारों को गिरफ्तार करने में देरी की आलोचना करते हुए भाजपा ने बृहस्पतिवार को आरोप लगाया कि राज्य के गृह विभाग ने “चरमपंथियों के सामने पूरी तरह से आत्मसमर्पण कर दिया है” और राज्य सरकार से मामले को राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) को सौंपने का आग्रह किया।
भाजपा ओबीसी मोर्चा के नेता रंजीत श्रीनिवास के हमलावरों को भागने के लिए अन्य राज्यों से सहायता मिलने के मामले की जांच कर रहे पुलिस अधिकारियों के बयानों का जिक्र करते हुए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के सुरेंद्रन ने कहा कि यह राज्य पुलिस की लाचारी को दर्शाता है और मामले को एनआईए को जल्द से जल्द सौंप दिया जाना चाहिए।
दो राजनीतिक कार्यकर्ताओं- एक भाजपा के श्रीनिवास और दूसरे एसडीपीआई के केएस शान- की हत्याओं ने केरल के तटीय अलाप्पुझा जिले को झकझोर कर रख दिया था।
एसडीपीआई के राज्य सचिव शान की 18 दिसंबर की रात को एक गिरोह ने उस वक्त हत्या कर दी थी जब वह अलाप्पुझा में घर लौट रहे थे, जबकि उसी जिले में भाजपा ओबीसी मोर्चा के राज्य सचिव श्रीनिवास की 19 दिसंबर की सुबह उनके घर में कुछ हमलावरों ने उनके परिवार के सामने हत्या कर दी थी।
एसडीपीआई नेता की हत्या के सिलसिले में पुलिस पर निर्दोष लोगों को हिरासत में लेने का आरोप लगाते हुए सुरेंद्रन ने कहा कि श्रीनिवास के हमलावरों को राज्य छोड़ने के लिए पर्याप्त समय मिला और यह पुलिस की मदद के बिना संभव नहीं हुआ होगा।
भाजपा नेता ने पूछा, “पुलिस की मदद के बिना हत्यारे राज्य कैसे छोड़ गए? हत्यारों की बाइक के सीसीटीवी फुटेज जारी होने के बावजूद पुलिस ने क्या किया?” उन्होंने आरोप लगाया कि श्रीनिवास के हत्यारों को राज्य छोड़ने से रोकने के लिए कोई उचित जांच नहीं की गई।
उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा, “पुलिस का रवैया भेदभावपूर्ण है...केरल के गृह विभाग ने चरमपंथियों के सामने पूरी तरह से आत्मसमर्पण कर दिया है।”
सुरेंद्रन ने कहा कि अगर भाजपा को न्याय नहीं मिला तो पार्टी गृह मंत्री के आवास के सामने विरोध प्रदर्शन करेगी। गृह मंत्रालय मुख्यमंत्री पिनराई विजयन के पास है।
पुलिस ने शान की हत्या के मामले में पांच हमलावरों (ज्यादातर आरएसएस कार्यकर्ता) सहित 15 लोगों को गिरफ्तार किया है।
हालांकि श्रीनिवास हत्याकांड में पुलिस दो हत्यारों समेत सात लोगों को ही गिरफ्तार कर सकी, जो एसडीपीआई के कार्यकर्ता हैं।
भाजपा नेता की हत्या में कथित रूप से शामिल करीब 10 और लोग अब भी फरार हैं।
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