नई दिल्ली, 27 जूनः भारतीय जनता पार्टी ने बुधवार को भगोड़े व्यापारी विजय माल्या की चिट्ठी पर करारा जवाब दिया है। पार्टी ने कहा कि माल्या का कोई हृदय परिवर्तन नहीं हुआ है। जब कानून का शिकंजा कसता जा रहा है तो वो ध्यान भटकाने के लिए ऐसे हथकंडे अपना रहा है। मंगलवार को विजय माल्या ने दो साल पुरानी एक चिट्ठी सार्वजनिक की थी जिसमें वो बैंकों का कर्ज चुकाने की बात कर रहा है। माल्या ने दावा किया कि दो साल बाद भी भारत सरकार से उसकी चिट्ठी का कोई जवाब नहीं मिला है।
बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि माल्या की चिट्ठी एक ढोंग है। उन्होंने कहा, 'ये कोई हृदय परिवर्तन नहीं है कि वो पैसा वापस करना चाहता है। सच्चाई ये है कि जिन्होंने उल्लंघन किया है उनपर कानून का शिकंजा कसता जा रहा है।' सरकार के सूत्रों का कहना है कि विजय माल्या के प्रत्यर्पण की प्रक्रिया अब आखिरी स्टेज पर है। सीबीआई 31 जुलाई तक लंदन पहुंच जाएगी।
विजय माल्या ने अपने ट्वीट में दावा किया है कि उन्होंने 5 अप्रैल 2016 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वित्त मंत्री को ये चिट्ठी लिखी थी। लेकिन 2 साल बाद भी उन्हें इसका कोई जवाब नहीं मिला।
विजय माल्या ने अपनी चिट्ठी ट्वीट करते हुए लिखा, 'लंबे समय की खामोशी के बाद अब मुझे लगा है कि मेरे खिलाफ लगाए गए आरोपों पर बोलने का वक्त आ गया है। राजनेताओं और मीडिया ने मुझ पर इस तरह आरोप लगाए जैसे किंगफिशर एयरलाइंस को दिए गए 9000 करोड़ रुपये का कर्ज मैंने चुरा लिया और भाग गया। कुछ कर्जदाता बैंकों ने भी मुझे जानबूझकर कर्ज नहीं चुकाने वाला करार दिया।'
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