उपेंद्र कुशवाहा ने फिर जताई 'मुख्यमंत्री पद' की इच्छा, नीतीश कुमार के साथ रिश्ते को लेकर कही ये बात
By एस पी सिन्हा | Published: November 9, 2018 08:45 PM2018-11-09T20:45:25+5:302018-11-09T20:45:25+5:30
बिहार उपेंद्र कुशवाहा ने सीट शेयरिंग पर कहा कि, जदयू और भाजपा ने ये तो कहा है कि वे बराबर सीटों पर लडेंगे, लेकिन संख्या का खुलासा नहीं किया है, इसलिए देखते हैं आगे क्या होता है।
केंद्रीय मंत्री उपेन्द्र कुशवाहा ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को बड़ा भाई बताया है। आज पटना में कुशवाहा ने कहा कि उपेन्द्र कुशवाहा और नीतीश कुमार के रिश्ते को कोई नहीं जानता। नीतीश कुमार मेरे बडे भाई जैसे हैं। जितना मैं नीतीश कुमार को जानता हूं उतना ही नीतीश कुमार भी मेरे बारे में जानते हैं।
कुशवाहा ने कहा कि हम दोनों के बीच के रिश्ते को गलत समझने वाले धोखा खाएंगे। कुशवाहा ने कहा कि नीतीश कुमार को जनता ने ही बनाया है। नीतीश जी ने मुझसे खुद कहा कि अब 15 साल मुख्यमंत्री रहते हो गए। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि आगे नीतीश कुमार खुद नहीं चाहते कि मुख्यमंत्री बनें, लेकिन मेरी इस बात का भी मीडिया ने गलत अर्थ दिखाया। इशारों ही इशारों में कुशवाहा ने इस बयान के बाद एक बार फिर से मुख्यमंत्री पद की दावेदारी ठोक दी है। कुशवाहा ने कहा कि मंच से नारा लगाने से कुछ नहीं होता।
समये आने पर बिहार की जनता तय करेगी कि प्रदेश का मुख्यमंत्री कौन होगा? इसके लिए मेहनत करनी पड़ती है और जनता के सुख-दुख में शामिल होना पड़ता है। बता दें कि अमित शाह और नीतीश कुमार की मौजूदगी में भाजपा और जदयू के बीच बराबर संख्या में सीटों के बंटवारे के एलान के बाद कुशवाहा कैंप में नाराजगी है।
इस ऐलान के ठीक बाद अरवल में तेजस्वी यादव के साथ कुशवाहा की मुलाकात ने सियासी कयासों को हवा दे दी थी। लेकिन मंगलवार को कुशवाहा ने एनडीए छोडने संबंधी अटकलों पर विराम लगा दिया था।
उपेंद्र कुशवाहा ने सीट शेयरिंग पर कहा कि, जदयू और भाजपा ने ये तो कहा है कि वे बराबर सीटों पर लडेंगे, लेकिन संख्या का खुलासा नहीं किया है, इसलिए देखते हैं आगे क्या होता है। उपेंद्र कुशवाहा ने इशारों हीं इशारों में कहा कि 2014 में हम सभी नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री बनाने में लगे थे, उस वक्त नीतीश कुमार कहीं और लगे हुए थे। उन्होंने पत्रकारों के सवाल पर कहा कि कुछ सवाल ऐसे हैं जिससे खामखा झगड़ा बढेगा, इसीलिए उसका जवाब नहीं दूंगा।
उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि जेडीयू को कितनी सीट मिल रही है, इसकी अभी घोषणा नहीं हुई है। केंद्रीय राज्य मंत्री ने कहा कि किसी भी संस्था में फायदा या नुकसान का बंटवारा संस्था के सभी सदस्यों को झेलना पड़ता है।
ऐसा नहीं होता की फायदा हुआ तो आपका और घाटा हुआ तो मेरा। उन्होंने कहा कि जदयू के साथ आने से एनडीए की बिहार में सरकार बनी। उसमें रालोसपा को क्यों फायदा नहीं मिला? उस दौरान रालोसपा को क्यों भुलाया गया? उन्होंने कहा कि बिहार में जदयू के एनडीए में आने से बड़ी जीत मिली तो खुशी सबकी। लेकिन, लोकसभा चुनाव के लिये सीटों की संख्या कम हो गईं। इसका खामियाजा सिर्फ हम ही झेलें, ऐसा तो नहीं होता ना।