बिहारः विवादित बयान के बाद पटना SSP को मिला कारण बताओ नोटिस, भाजपा के तल्ख तेवर को देखते हुए हरकत में पुलिस मुख्यालय
By एस पी सिन्हा | Published: July 14, 2022 09:02 PM2022-07-14T21:02:54+5:302022-07-14T21:04:19+5:30
भाजपा के आक्रामक तेवर को देखते हुए बिहार के एडीजी(मुख्यालय) जेएस गंगवार ने पटना के एसएसपी द्वारा पीएफआई की तुलना राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से किये जाने पर सफाई दी है.
पटनाः पटना एसएसपी मानवजीत सिंह ढिल्लो द्वारा पीएफआई की तुलना आरएसएस के करने के बाद बिहार के राजनीतिक गलियारे में हंगामा मच गया है. पटना एसएसपी के इस बयान के बाद पुलिस बैकफुट पर है. सत्ताधारी भाजपा ने पटना के एसएसपी को हटाने और मुकदमा दर्ज करने की मांग कर दी है.
वहीं, भाजपा के आक्रामक तेवर को देखते हुए बिहार के एडीजी(मुख्यालय) जेएस गंगवार ने पटना के एसएसपी द्वारा पीएफआई की तुलना राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से किये जाने पर सफाई दी है. उन्होंने कहा है कि एसएसपी का बयान गैरजरूरी था. उस बयान की जांच की जायेगी. एसएसपी को 48 घंटों में जवाब देने को कहा है.
Bihar | Patna Police has to see all this and they are working on it. Money trail, social media trail, internet activities, phone details are all a part of our investigation. We're working as per that: ADG (HQ), when asked about funding for the suspected terror module busted y'day pic.twitter.com/Gy3g2RO2nI
— ANI (@ANI) July 14, 2022
एडीजी ने कहा कि पटना के एसएसपी अनुसंधान पर ध्यान केंद्रित करें. पीएफआई और आरएसएस में तुलना करना सही नहीं. बता दें, पटना एसएसपी मानवजीत सिंह ढिल्लो ने आज प्रेसवार्ता के दौरान पीएफआई की तुलना राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ (आरएसएस) से कर दी. उन्होंने कहा कि पकड़े गये लोग सिमी के कार्यकर्ता हैं.
उन्होंने कहा कि जिस तरह आरएसएस की शाखा में स्वयं सेवकों को शारीरिक प्रशिक्षण दिया जाता है, उसी तरह पकड़े गये लोगों को भी मस्जिद में प्रशिक्षण दिया जा रहा था. एसएसपी ने बताया कि पीएफआई बिहार में प्रतिबंधित नहीं है.
6-7 जुलाई को पटना के फुलवारीशरीफ में इसका एक कार्यक्रम आयोजित किया गया था. इसमें 12 लोग शामिल हुए थे. इस मामले में अभी तक तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस मामले की जांच शुरू कर दी है. इसमें कुल 26 लोगों पर प्राथमिकी दर्ज की गयी है. इसमें अधिकांश बिहार के ही हैं.