बिहार में सांप्रदायिक हिंसाः महागठबंधन और भाजपा पर आरोप, एआईएमआईएम प्रदेश अध्यक्ष अख्तरूल ईमान ने कहा-अल्पसंख्यक को निशाना बनाया गया
By एस पी सिन्हा | Published: April 1, 2023 05:59 PM2023-04-01T17:59:21+5:302023-04-01T18:00:36+5:30
बिहार में सांप्रदायिक हिंसाः लालू प्रसाद यादव की पार्टी और तेजस्वी यादव की पार्टी में बहुत अंतर आ गया है। बिहार की हुकूमत इन शक्तियों को रोकने में नाकामा साबित हो रही है।
पटनाः बिहार के सासाराम और बिहारशरीफ में रामनवमी के जुलूस के बाद तनावपूर्ण स्थिति को लेकर एआईएमआईएम के प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल ईमान ने महागठबंधन और भाजपा पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि दोनों पक्ष अल्पसंख्यकों से खेल रहे हैं।
अख्तरूल ईमान ने कहा कि सांप्रदायिक शक्तियों ने अल्पसंख्यक को निशाना बनाया है और बिहार की हुकूमत इन शक्तियों को रोकने में नाकामा साबित हो रही है। उन्होंने यह भी कहा कि लालू प्रसाद यादव की पार्टी और तेजस्वी यादव की पार्टी में बहुत अंतर आ गया है। उन्होंने कहा कि फिरकापरस्त शक्तियों को ढील देने की बड़ी वजह यह है कि इसमें दोनों तरफ के लोगों को फायदा दिख रहा है।
एक तरफ सांप्रदायिक शक्तियां हैं, ये समझ रही हैं कि अल्पसंख्यकों को निशाना बनाते हैं तो इससे हमारा वोट तय हो जाएगा और दूसरी तरफ गठबंधन के लोग सोचते हैं कि अल्पसंख्यक खौफ में आ जाएंगे और फिर उनकी झोली में आ जाएंगे। दोनों अल्पसंख्यकों के साथ खेल, खेल रहे हैं। ईमान ने कहा कि जब बिहारशरीफ में इसी तरह का तनाव हुआ था तब उसमें लालू प्रसाद यादव वहां चले गए थे।
लेकिन आज नालंदा जल रहा है और बिहारशरीफ का मामला है और तेजस्वी यादव ने ट्वीट तक नहीं किया। पूरे भारत के लोग जैसे तेजस्वी यादव को जगा रहे हैं, लेकिन वे जाग नहीं रहे हैं। बाप और बेटे में बहुत बड़ा फर्क है। लालू यादव की राजद कुछ और थी तेजस्वी यादव की राजद कुछ और है। लालू प्रसाद यादव ’माई’ समीकरण कहते थे, लेकिन तेजस्वी यादव ’ए- टू- जेड’ की राजनीति पर चलते हैं।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी के इस बयान कि उनके लोग पीटे जा रहे हैं, इसपर अख्तरुल ईमान ने कहा कि वे घटनाओं को साजिश बता सकते हैं। लेकिन मेरा कहना है कि इन दोनों का शिकार अल्पसंख्यक हो रहे हैं। इन दोनों की लड़ाई कुर्सी की लड़ाई है और हमारी लड़ाई न्याय की लड़ाई।
अल्पसंख्यक कमजोर आबादी है, इसलिए इस पर हमले हो रहे हैं। सरकारी स्कीम से भी अल्पसंख्यकों को वंचित रखा जा रहा है। उनके बच्चों को नौकरियों नहीं मिल रही हैं। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार कहते हैं कि करप्शन और कम्युनलिज्म से समझौता नहीं करेंगे।
उनका दावा कहां चला गया? अब तक गिरफ्तारी क्यों नहीं हुई? डीएम और एसपी पर अब तक क्यों नहीं कार्रवाई हुई? जो लोग जख्मी होकर पड़े हुए हैं उनके इलाज की सरकार ने व्यवस्था क्यों नहीं की ? सरकार सिर्फ ढकोसला करती है।