भाजपा विधायक को फोन कर फंसे राजद प्रमुख लालू यादव, एफआईआर, रांची में केली बंगले से वार्ड में किए गए शिफ्ट
By एस पी सिन्हा | Published: November 26, 2020 04:54 PM2020-11-26T16:54:36+5:302020-11-26T20:20:35+5:30
रांची स्थित रिम्स निदेशक के केली बंगले में रह रहे राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को सिंह वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया है. शिफ्ट करने के दौरान बंगले के बाहर हलचल काफी तेज हो गई.
रांचीः चारा घोटाला मामले के सजायाफ्ता राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव को फिर रांची के राजेंद्र इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (रिम्स) के वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया है.
वह अभी तक रिम्स निदेशक के केली बंगले में रह रहे थे. शिफ्ट करने के दौरान बंगले के बाहर हलचल काफी तेज हो गई थी. पेइंग वार्ड और बंगले के बाहर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया था. इससे पूर्व रिम्स निदेशक और पुलिस अधिकारी ने पेइंग वार्ड के कमरे का जायजा लिया.
आधे घंटे के भीतर उन्हें बंगले से पेइंग वार्ड में शिफ्ट किया गया. इस दौरान साथ में स्थानीय थाना और जेल अधीक्षक भी मौजूद रहे. उन्हें कमरा संख्या ए11 में ही इस बार भी रखा गया है. माना यह जा रहा है कि बिहार के हालिया राजनीतिक घटनाक्रम के बाद रिम्स प्रबंधन की ओर से आनन-फानन में आज इसका आदेश जारी किया था.
कोरोना महामारी के समय उन्हें अस्पताल से रिम्स के निदेशक के बंगला में शिफ्ट किया गया था. रिम्स प्रशासन ने लालू को पेइंग वार्ड में शिफ्ट करने के संबंध में आज आदेश जारी किया था, जिसके बाद यह कार्रवाई हुई है. जेल में रहते हुए फोन का इस्तेमाल करने का मामाल तूल पकड़ने के बाद यह कार्रवाई की गई है. सुशील मोदी, जीतन राम मांझी और मुकेश सहनी ने लालू पर आरोप लगाया है कि उन्होंने कॉल कर के बिहार की एनडीए सरकार को गिराने के लिए प्रलोभन दिए थे.
रांची हाईकोर्ट में आज एक पीआईएल भी दाखिल की गई
इस मामले में रांची हाईकोर्ट में आज एक पीआईएल भी दाखिल की गई है. दूसरी तरफ रांची के डीसी ने जेल प्रशासन से इस मामले में जवाब भी मांगा है. डीसी ने बिरसा मुंडा कारा के जेल अधीक्षक को पत्र भेज कर कहा है कि जेल मैनुअल का क्यों नहीं पालन हो रहा है? 24 घंटे के अंदर अधीक्षक से रिपोर्ट देने को कहा है.
इससे पहले रिम्स प्रबंधन ने जेल आइजी को चिट्ठी लिखकर लालू प्रसाद यादव को पेइंग वार्ड के 11 नंबर कमरे में शिफ्ट करने के लिए कहा था. रिम्स की ओर से जारी चिट्ठी में कहा गया है कि अस्पताल की पूर्व निदेशक मंजू गाड़ी और लालू प्रसाद यादव का इलाज करने वाले डॉ उमेश प्रसाद की बैठक में यह फैसला लिया गया था कि लालू प्रसाद को फिर से पेइंग वार्ड में शिफ्ट कर दिया जाये.
लालू प्रसाद यादव के बारे में कई ऐसी जानकारी सामने आई
यहां उल्लेखनीय है कि हाल के दिनों में लालू प्रसाद यादव के बारे में कई ऐसी जानकारी सामने आई, जिसमें कहा गया कि जेल मैनुअल का उल्लंघन हो रहा है. चारा घोटाला मामले की सजा भुगत रहे लालू प्रसाद यादव के राजनीतिक विरोधियों ने आरोप लगाये थे कि राजद प्रमुख जेल से राजनीतिक गतिविधियों में सक्रिय रूप से शामिल हो रहे हैं.
बिहार के पूर्व उप-मुख्यमंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने दावा किया था कि बिहार में स्पीकर के चुनाव से पहले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के एक नेता को लालू प्रसाद यादव ने जेल से फोन किया और सरकार के उम्मीदवार को हराने में मदद मांगी.
RJD leader and former Bihar Chief Minister Lalu Prasad Yadav shifted back to Rajendra Institute of Medical Sciences (RIMS) from Kelly bungalow (RIMS Director's bungalow). pic.twitter.com/K3EBJR7kPG
— ANI (@ANI) November 26, 2020
सुशील कुमार मोदी ने ट्विटर पर वह फोन नंबर भी सार्वजनिक कर दिया था, जिस कथित नंबर से लालू प्रसाद यादव ने एनडीए के विधायक से बात की थी. मोदी ने दावा किया कि उन्होंने खुद इस नंबर पर फोन किया, तो लालू प्रसाद यादव ने वह फोन उठाया. इसके बाद बिहार भाजपा के नेताओं ने रांची में जेल मैनुअल के उल्लंघन का आरोप लगाते हुए मांग की कि लालू प्रसाद को बेऊर जेल भेज दिया जाना चाहिए.
यहां यह भी बता दें कि बिहार विधानसभा चुनाव से पहले राजद के बिहार के एक नेता ने सोशल मीडिया पर लालू प्रसाद यादव के साथ अपनी तस्वीर शेयर की थी. उस नेता ने तस्वीर के साथ लिखा था कि लालू प्रसाद यादव से मिला. उन्हें बिहार चुनाव की तैयारियों के बारे में ब्रीफ किया. फेसबुक पर जारी इस तस्वीर के बाद झारखंड भाजपा ने हेमंत सोरेन सरकार और जेल प्रशासन की आलोचना की थी.