Bihar political news: बिहार में राजनीतिक उथल-पुथल तेज हो गई है। भाजपा, हम, जदयू, कांग्रेस और राजद अपने-अपने विधायकों के साथ मीटिंग कर रहे हैं। सांसद चिराग पासवान ने गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। नई सरकार का कल शाम शपथ ग्रहण हो सकता है। छुट्टी के दिन सचिवालय खोलकर तैयारी की जा रही है। पूर्व मुख्यमंत्री और हम प्रमुख जीतन राम मांझी के मना करने और कांग्रेस में संभावित टूट की आशंका को देखते हुए राजद नेतृत्व सरकार बनाने की संभावना छोड़ने की रणनीति पर काम रहा है। बिहार में कांग्रेस टूट की कगार पर है। विधायक दल की बैठक में सभी विधायक नहीं पहुंचे हैं। जदयू ने कहा कि 'INDIA' जो हमने बनाया था, अब विघटन की तरफ है। नीतीश कुमार को लेकर भाजपा में भी नाराजगी है!
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि मुझे जदयू के INDIA गठबंधन से बाहर निकलने की कोई जानकारी नहीं है। उनके मन में क्या है यह स्पष्ट नहीं है। मैं कल देहरादून जा रहा हूं, फिर दिल्ली जाऊंगा। मैं पूरी जानकारी लूंगा और फिर आपको बताऊंगा। देखते हैं क्या होगा... हमारा प्रयास सभी को एकजुट करना है।
मैंने ममता बनर्जी, लालू प्रसाद यादव और सीताराम येचुरी से बात की है। अगर हम एकजुट हो जाएं तो हम अच्छी लड़ाई लड़ेंगे और INDIA गठबंधन सफल होगा। जो लोग लोकतंत्र को बचाने में रुचि रखते हैं वे अपना मन नहीं बदलेंगे और हमारे साथ रहेंगे।''
गिरिराज सिंह का बयान लगातार इस तरफ इशारा कर रहा है। सूत्र बता रहे कि कई विधायक संगठन के लोग खुश नहीं हैं। नाराजगी दूर करने के लिए ही मीटिंग हो रही है। नाराजगी कम करने के लिए पार्टी एक केंद्रीय मंत्री को उपमुख्यमंत्री बना सकती है। भाजपा ने सरकार बनाने की तैयारी शुरू कर दी है।
कांग्रेस महासचिव(संचार) जयराम रमेश ने कहा कि मैं औपचारिक तौर से कह सकता हूं कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से एक बार नहीं बल्कि कई बार बात करने का प्रयास किया है। बिहार के मुख्यमंत्री व्यस्त हैं। लालू यादव नीतीश को कई दफा फोन कर चुके हैं।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सत्तारूढ़ ‘महागठबंधन’ को छोड़ने और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में शामिल होने की योजना बनाने के मजबूत संकेतों के बीच जनता दल (यूनाइटेड) (जद-यू) के शीर्ष नेता शनिवार को कुमार के आवास पहुंचे। जूद(यू) के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह, मंत्री एवं राष्ट्रीय महासचिव संजय कुमार झा और राज्य विधान परिषद के अध्यक्ष देवेश चंद्र ठाकुर जैसे नेता लगभग उसी समय यहां मुख्यमंत्री के आधिकारिक आवास 1, अणे मार्ग पहुंचे, जब जद (यू) के वर्तमान सहयोगी राजद (राष्ट्रीय जनता दल) के विधायकों की बैठक हो रही है।
राजद विधायकों की बैठक पार्टी प्रमुख लालू प्रसाद के आवास पर जारी है। राज्य में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायकों और सांसदों की भी एक बैठक पार्टी कार्यालय में होनी है। भाजपा नेताओं का कहना है कि यह बैठक आगामी लोकसभा चुनावों पर चर्चा के लिए बुलाई गई है। कुमार ने भी राजनीतिक उथल-पुथल पर अब तक चुप्पी साध रखी है।
ऐसी अफवाहें जोर पकड़ रही हैं कि कुमार इस्तीफा दे सकते हैं और भाजपा के समर्थन से नयी सरकार का गठन कर सकते हैं। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के महागठबंधन से किनारा करने की आशंका के बीच शनिवार को राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता यहां पार्टी अध्यक्ष लालू प्रसाद के आवास पर एकत्र हुए।
प्रसाद के अलावा, उनकी पत्नी एवं पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और उनके बेटे एवं उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव बैठक में मौजूद हैं। साथ ही राज्य विधानमंडल के सदस्यों सहित वरिष्ठ नेता भी बैठक में शामिल हैं। राजद महागठबंधन में सबसे बड़ा दल है। इसके अलावा कांग्रेस और तीन वामपंथी दल भी इसमें शामिल हैं।
अगर कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड (जद-यू) महागठबंधन से किनारा कर लेती है तो महागठबंधन के पास विधानसभा में बहुमत के लिए आठ सदस्य कम रह जाएंगे। ऐसे मजबूत संकेत मिल रहे हैं कि कुमार भारतीय जनता पार्टी के नेृतत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में एक बार फिर वापसी कर सकते हैं। ऐसे में बिहार में सत्तारूढ़ महागठबंधन तनाव में दिख रहा है।