बंगाल में छापेमारी के दौरान भीड़ के हमले में बिहार के पुलिस अधिकारी की मौत
By भाषा | Published: April 10, 2021 07:30 PM2021-04-10T19:30:53+5:302021-04-10T19:30:53+5:30
किशनगंज/इस्लामपुर, 10 अप्रैल पश्चिम बंगाल के उत्तर दिनाजपुर जिले में शनिवार तड़के छापेमारी के दौरान भीड़ द्वारा कथित तौर पर पीटे जाने से बिहार के एक पुलिस अधिकारी की मौत हो गई। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि यह घटना गोवालपोखर थाना क्षेत्र के पंथापाड़ा गांव में उस समय हुई जब बिहार के किशनगंज जिले के नगर थाना प्रभारी अश्विनी कुमार मोटरसाइकिल लूट के मामले में एक छापेमारी का नेतृत्व कर रहे थे।
अधिकारियों ने बताया कि मामले में आरोपियों को पकड़ने के लिए एक पुलिस टीम के साथ कुमार गांव में गये थे। यह मामला किशनगंज पुलिस थाने में दर्ज है।
उन्होंने बताया कि भीड़ ने उन्हें घेर लिया और कथित तौर पर उन पर हमला कर दिया।
उन्होंने बताया कि इसके बाद पंजिपारा चौकी से पुलिसकर्मियों की एक टीम ने उन्हें भीड़ से छुड़ाया और इस्लामपुर सदर अस्पताल ले गई जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
पश्चिम बंगाल पुलिस ने इस घटना के सिलसिले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। उनकी पहचान फिरोज आलम, अबुजर आलम और सहीनुर खातून के रूप में हुई है।
पश्चिम बंगाल में उत्तर दिनाजपुर और बिहार में किशनगंज सीमा साझा करते हैं।
इस्लामपुर में पोस्टमार्टम के बाद पुलिस अधिकारी का पार्थिव शरीर दिन में किशनगंज पुलिस लाइन लाया गया। कुमार को किशनगंज पुलिस लाइन में गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया।
हालांकि कुमार के परिवार ने साजिश का आरोप लगाते हुए शव लेने से इनकार कर दिया। उन्होंने टीम के अन्य पुलिसकर्मियों की भूमिका पर सवाल उठाया, जब कुमार को भीड़ द्वारा पीटा जा रहा था।
परिवार ने यह भी जानना चाहा कि पश्चिम बंगाल पुलिस को छापेमारी के बारे में पूर्व सूचना क्यों नहीं दी गई।
पुलिस ने बताया कि शव को लेकर हंगामा एक घंटे तक चला, इसके बाद किशनगंज के जिलाधिकारी आदित्य प्रकाश और पूर्णिया रेंज के पुलिस महानिरीक्षक सुरेश कुमार चौधरी सहित अन्य शीर्ष अधिकारियों ने कुमार के परिवार के साथ बैठक की और उन्हें घटना की जांच विशेष जांच दल (एसआईटी) से कराने का आश्वासन दिया।
इसके बाद वे शव को पूर्णिया के जानकी नगर में कुमार के पैतृक स्थान पर ले गए।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि पश्चिम बंगाल के पुलिस महानिदेशक पी नीरजनयन ने बिहार के पुलिस महानिदेशक एसके सिंघल से बात की और उन्हें मामले पर पूरा सहयोग करने का आश्वासन दिया।
एक बयान में, बिहार पुलिस ने कहा कि वह कुमार के परिजनों को नौकरी प्रदान करने पर विचार कर रही है।
अधिकारियों ने बताया कुमार, पूर्णिया जिले के जानकी नगर थाना क्षेत्र के निवासी और 1994 बैच के निरीक्षक थे। वह एक वर्ष पूर्व किशनगंज नगर थाना में पदस्थापित हुए थे।
Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।