पटना: बिहार की राजधानी पटना में रविवार सुबह दीघा के राजीव नगर के नेपाली नगर में प्रशासन ने अतिक्रमण के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की शुरुआत की। बताया गया कि राज्य आवास बोर्ड की जमीन पर बने मकानों को तोड़ा जा रहा है। इस कार्रवाई के लिए 12 से 14 बुलडोजल लेकर टीम पहुंची है। साथ ही पूरे इलाके में करीब दो हजार पुलिस बलों को तैनात किया गया है।
सामने आई जानकारी के अनुसार अधिकारियों और पुलिसबलों की देखरेख में जब मकानों को तोड़ने की प्रक्रिया शुरू हुई उन्होंने स्थानीय लोगों का भारी विरोध भी झेलना पड़ रहा है। इसमें सिटी एसपी (सेंट्रल) अंब्रीश राहुल सहित कुछ पुलिसकर्मियों के घायल होने की खबर है। इसके बाद हालात पर काबू पाने के लिए पुलिस ने हवाई फायरिंग की। इससे पहले आंसू गैस के गोले दागकर भी हालात पर काबू पाने की कोशिश की गई।
दरअसल, प्रशासन की ओर से करीब एक महीने पहले इन सभी मकानों को तोड़कर हटाने के लिए संबंधित गृह स्वामियों को नोटिस दी गई थी। इसके बाद प्रभावित लोगों ने इसके खिलाफ विरोध शुरू किया था। साथ ही, प्रशासन के पास गुहार लगाई थी। लोगों कहना था कि वे मकान के लिए नगर निगम को टैक्स देते रहे हैं। बिजली कनेक्शन और अन्य सुविधाएं भी उन्हें मिल रही तो फिर उनके मकान को क्यों और कैसे तोड़ा जा सकता है।
कुछ दिन पहले इलाके के लोगों के प्रतिनिधिमंडल ने बिहार के डिप्टी सीएम तार किशोर प्रसाद से मुलाकात भी की थी। प्रतिनिधिमंडल ने बताया था कि उप मुख्यमंत्री ने उनकी बात सुनने और बीच का रास्ता निकालने का आश्वासन दिया था।
प्रशासन के अधिकारी रविवार सुबह जब कार्रवाई के लिए पहुंचे तो लोगों के भारी विरोध को उन्हें झेलना पड़ा। कई लोग अपने घरों से बाहर निकलने को तैयार नहीं थे। इसके बाद प्रसाशन ने निर्माणाधीन मकानों पर पहले कार्रवाई शुरू की। इस बीच कुछ लोग विरोध के लिए सामने आए और पत्थरबाजी भी हुई। इलाके की कुछ महिलाएं भी नकाब पहनकर पत्थर चलाती नजर आई।
बताया जा रहा है कि इलाके में कई घर अवैध हैं पर फिलहाल 70 मकानों को गिराने के आदेश जारी किेए गए हैं। इस इलाके में कई भूखंड खाली और कई मकानों का निर्माण भी चल रहा है।