बिहारः उप राष्ट्रपति बनाना चाहते थे नीतीश, मोदी ने किया हमला, एनडीए से नाता तोड़ने के दौरान कई बार झूठ का सहारा लिया
By एस पी सिन्हा | Published: August 10, 2022 05:17 PM2022-08-10T17:17:37+5:302022-08-10T17:18:40+5:30
नीतीश कुमार का कहना है कि बिना उनकी सहमति के आरसीपी सिंह को मोदी मंत्रिमंडल में मंत्री बनाया गया, जो सरासर झूठ है। 2019 में नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री पद की शपथ ले रहे थे, तब एनडीए के घटक दल के रूप में जदयू को एक मंत्री पद देने की बात हुई थी।
पटनाः बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और राज्यसभा सदस्य सुशील मोदी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर झूठ बोलने का आरोप लगाया। उन्होंने खुलासा किया कि एनडीए से नाता तोड़ने का जो निर्णय लिया है, उसके पीछे मूल कारण था कि नीतीश खुद को देश का उप राष्ट्रपति बनाना चाहते थे।
लेकिन भाजपा इसके लिए तैयार नहीं थी। मोदी ने कहा कि नीतीश कुमार के निकटस्थ जदयू नेताओं ने हाल ही भाजपा के शीर्ष नेतृत्व से नीतीश कुमार को उप राष्ट्रपति बनाने की बात कही थी। हालांकि, भाजपा ने इस पर विचार नहीं किया। मोदी ने कहा कि नीतीश कुमार ने एनडीए से नाता तोड़ने के दौरान कई सफेद झूठ बोला है।
नीतीश का कहना है कि बिना उनकी सहमति के आरसीपी सिंह को मोदी मंत्रिमंडल में मंत्री बनाया गया, जो सरासर झूठ है। उन्होंने कहा कि जब 2019 में नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री पद की शपथ ले रहे थे, तब एनडीए के घटक दल के रूप में जदयू को एक मंत्री पद देने की बात हुई थी। लेकिन, नीतीश कुमार ने कहा था कि हमारे दल में किसी के नाम पर सहमति नहीं है।
दूसरी बार जब मोदी मंत्रिमंडल का विस्तार हुआ तब गृह मंत्री अमित शाह ने नीतीश कुमार को फोन कर उनके दल से मंत्री बनने वाले का नाम पूछा। सुशील मोदी ने दावा किया कि नीतीश कुमार ने आरसीपी सिंह को मंत्री बनाने की सहमति दी और यह भी कहा कि इससे ललन सिंह कुछ नाराज होंगे।
वहीं, अब आरसीपी सिंह को लेकर नीतीश सफेद झूठ बोल रहे हैं कि बिना उनकी सहमति के वे मंत्री बने। सुशील कुमार मोदी ने कहा कि नीतीश और हमारा साथ 17 साल का था। नीतीश तो भाजपा की बदौलत ही मुख्यमंत्री बने। उन्होंने दावा किया नवंबर 2005 में जब एनडीए को बहुमत मिला तबतत्कालीन समता पार्टी के प्रमुख नेताओं जॉर्ज फर्नांडिस, प्रभुनाथ सिंह आदि ने नीतीश के मुख्यमंत्री बनने का विरोध किया था। मोदी ने दावा किया कि समता पार्टी के नेताओं के विरोध के बाद भी उन्होंने भाजपा आलाकमान को नीतीश के नाम पर राजी किया।
बावजूद इसके नीतीश ने भाजपा को धोखा दिया। सुशील मोदी ने कहा कि नीतीश कुमार सोची समझी रणनीति के तहत राजद के साथ गए। वे राजद को जदयू में विलय करना चाहता है। उन्होंने कहा कि कई घोटालों में घिरे लालू परिवार के लोगों का जेल जाना तय है। हाल ही में रेलवे भर्ती घोटाले में लालू के खास भोला यादव की गिरफ्तारी हुई है।
अब इस मामले में लालू परिवार के अन्य सदस्य जैसे तेजस्वी यादव और शेष लोगों की गिरफ्तारी होगी। नीतीश कुमार उसी घड़ी के इंजतार में हैं। जैसे ही लालू परिवार के सदस्य जेल जाएंगे, नीतीश कुमार को कोशिश है कि वे राजद का विलय जदयू में कर लें। वे राजद पर कब्जा करना चाहते हैं।
मोदी ने आज नीतीश कुमार को दिखावे का मुख्यमंत्री करार देते हुए कहा कि नई सरकार में तेजस्वी यादव के पास नीतीश कुमार से कहीं ज्यादा ताकत होगी। उनका यह मानना है कि तेजस्वी ही सरकार के असले मुख्यमंत्री होंगे। तेजस्वी जो कुछ कहेंगे, वह नीतीश कुमार को करना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार केवल दिखावे के मुख्यमंत्री होंगे।
उन्होंने कहा कि पार्टी के एक बड़े नेता ने नीतीश कुमार से ललन सिंह के बयान के बाद फोन पर बातचीत की थी। उन्होंने पूछा था कि क्या गठबंधन में सब कुछ ठीक-ठाक है, जदयू को कोई समस्या तो नहीं है? लेकिन नीतीश कुमार ने भाजपा के बड़े नेता को केवल इतना कहा कि जैसे भाजपा में गिरिराज सिंह बयान देते रहते हैं, ललन सिंह भी वैसे ही बयान देते रहते हैं।